Ranchi: भाजपा सांसद संजय सेठ ने राजधानी की समस्याओं को लेकर कैंडल लाइट प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. उन्होंने कहा कि राज्य में बिजली की स्थिति बेहद खराब है. राजधानी में अभी 6 से 8 घंटे बिजली मिल रही है. ग्रामीण इलाकों में तो तीन-चार घंटे भी बिजली नहीं मिल रही. अपने राजनीतिक जीवन में उन्होंने कभी ऐसे हालात नहीं देखे. बिजली संकट के कारण उद्योग-धंधे बंद होने के कगार पर हैं. लोगों के सामने रोजी-रोटी की संकट खड़ी हो गई है. हाईकोर्ट की टिप्पणी के बाद भी यह सरकार भ्रष्टाचार में मस्त है. यूपीए की सरकार झूठी, भ्रष्ट और मक्कार है. यह सरकार तुष्टिकरण और भ्रष्टाचार के एजेंडे पर चल रही है.
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इसी व्यवस्था के बल पर बुलाये जाते हैं निवेशक
सांसद ने कहा कि इसी व्यवस्था के बल पर बाहर से निवेशकों को बुलाने को रोड शो होता है. 500 करोड़ के भुगतान के चलते बिजली सेवा लचर है. स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर भी उन्होंने सरकार को कटघरे में खड़ा किया. कहा कि उम्मीद थी कि नये डायरेक्टर के आने के बाद रिम्स के हालात सुधरेंगे, लेकिन हालात नहीं सुधरे. हालात यह है कि रिम्स में अब मामूली पैथोलॉजी जांच भी नहीं हो पा रही है. रिम्स शासी परिषद की बैठक केवल एजेंडा पास होते हैं. स्वास्थ्य मंत्री भी सिर्फ फीता काटने में व्यस्त हैं. सांसद ने कहा कि 6 दिसंबर को होने वाली शासी परिषद की बैठक में वे जोरदार विरोध करेंगे.
रांची हिंसा मामले में हो रहा तुष्टिकरण
संजय सेठ ने कहा कि रांची मेन रोड दंगा मामले में हेमंत सरकार तुष्टिकरण की राजनीति करने लगी है. दोषियों, अपराधियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए बनी जांच समिति को अवधि विस्तार ही नहीं दिया. राजधानी की सड़क पर उतरे उपद्रवियों को सजा दिलाने की बजाय सरकार तुष्टिकरण पर लगी है. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में भी सरकार गरीबों के निवाले पर डाका डाल रही है.
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