Nirsa : बीसीसीएल सीवी एरिया प्रबंधन मंगलवार 12 अप्रैल को सी पेंच के अवैध खनन स्थल पर डोजरिंग करने गई टीम को रैयतों के विरोध के कारण बैरंग लौटना पड़ा. जानकारी के अनुसार मंगलवार को प्रबंधन पूरे तामझाम के साथ बंद पड़े आउट सोर्सिंग सी पेंच में अवैध खनन स्थल की डोजरिंग के लिए गया. परंतु रैयतों ने जोरदार विरोध किया. विरोध के कारण प्रबंधन को मशीन लेकर वापस लौटना पड़ा. रैयतों का कहना है कि जब तक उसके परिवार के धनंजय राय को सिनीडीह से वापस नहीं लाया जाता एवं मुआवजा का भुगतान नहीं किया जाता, मशीन नहीं चलने दी जाएगी. पहले भी विरोध हो चुका है. पंचेत पुलिस एवं सीआईएसएफ दलबल के साथ मौजूद था. जानकारी हो कि 28 सितंबर 2021 को विस्थापितों ने मुआवजा की मांग को लेकर उत्पादन ठप कर दिया था, जिसका फायदा उठा कर तस्करों ने अवैध खनन शुरू कर दिया.
प्रबंधन को जमीन देने पर राजी हुए रैयत
इधर महाप्रबंधक एके दत्ता ने रैयतों से वार्ता की. वार्ता में विस्थापितों ने प्रबंधन के सामने शर्त रखी कि कर्मी सहदेव राय को सिनीडीह से वापस एरिया में लाया जाए. मांग पूरी होने पर दस दिनों के अंदर कंपनी के नाम जमीन की रजिस्ट्री करने की सहमति बनी. इससे परियोजना बहुत जल्द चालू होने की आस बढ़ गयी है. प्रबंधन ने बिष्णु ट्रांसपोर्ट कंपनी की 322 दिन की कार्य अवधि बढ़ा दी है. इस मौके पर अभिकर्ता प्रशांत बनर्जी, प्रबंधक एस मंडल, एके पाल, एनके सिंह, सीआईएसएफ निरीक्षक एसके राय, पंचेत ओपी प्रभारी कुलदीप रौशन, आदित्य राउत, रैयतों की और से सुबोध राय विमल कुंभकार, शकुंतला राय, बिंदा राय, कार्तिक राय, अर्जुन राय, गणेश राय, सपन राय, शोभा राय, सभापति राय आदि मौजूद थे.
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