Noamundi (sandip kumar Prasad) : गुवा सेल के जनरल ऑफिस से लेकर टोपापीढ़ी तक तीन किलोमीटर तक की सड़क जर्जर अवस्था में है. ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस सड़क की स्थिति खराब होने की वजह से लोग आए दिन दुर्घटना का शिकार भी हो रहे है. गुवा की महिलाओं ने सड़क मरम्मती की मांग को लेकर कई बार आंदोलन भी किया. उसके बावजूद सड़क की स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है. हालांकि सड़क की बदहाली को देखते हुए हुए सेल प्रबंधन ने पिछले दिनों सड़क मरम्मती के लिए आनन-फानन में टेंडर भी निकाला,और यह टेंडर 20 लाख में सेल के एक स्थानीय संवेदक को दे भी दिया.
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सांसद गीता कोड़ा भी सड़क के लिए कर चुकीं है पहल
काम शुरू होने के एक महीना बाद सड़क उखड़ने लगी और जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे बन गए. सबसे ज्यादा परेशानी स्कूल आने जाने वाले बच्चों को हो रही है. यहां तक की क्षेत्रीय सांसद गीता कोड़ा ने भी सड़क की मरम्मत को लेकर उपायुक्त से गुहार लगाई थी. उसके बावजूद भी अभी तक सड़क नहीं बन पाया. लोगों ने मांग की है कि झारखंड सरकार अपने डीएमएफटी फंड से सड़क का निर्माण कराया जाए ताकि लोगों को चलने में परेशानी ना हो.
सड़क पर पैदल चलना हुआ मुश्किल
ठाकुरा गांव के ग्रामीण सबन बाबा ने बताया कि उनके बच्चे डीएवी स्कूल में पढ़ने जाते हैं, परंतु रोड खराब होने की वजह से बारिश के दिनों में फिसल कर गिर जाते हैं. बच्चों को स्कूल भेजने में हमेशा डर बना रहता है. झारखंड सरकार को इस सड़क पर ध्यान देना चाहिए और इसकी जल्द से जल्द मरम्मत की जानी चाहिए. वहीं, ग्रामीण गोविंद बाग ने कहा कि सड़क की स्थिति इतनी खराब है कि पैदल चलना दूर्भर हो गया है. तीन साल पहले पीडब्ल्यूडी के द्वारा हाथी चौक से लेकर सलाई तक सड़क बनाया गया परंतु तीन किलोमीटर सड़क को ऐसे ही छोड़ दिया गया.
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डीएमएफटी फंड से सड़क बनाए जाने की मांग
इस बावत गुवा पश्चिमी पंचायत की मुखिया मनोरमा पान ने कहा कि उक्त सड़क काफी सालों से जर्जर अवस्था में है. पीडब्ल्यूडी के द्वारा तीन साल पूर्व सड़क का निर्माण कराया गया परंतु तीन किलोमीटर सड़क को ऐसे ही छोड़ दिया गया. भारी वाहनों के आवागमन से यहाँ कारण सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं. सड़क निर्माण को लेकर कई बार उपायुक्त को पत्र लिखा गया इसके बावजूद सड़क का कार्य अधूरा है. उन्होंने डीएमएफटी फंड से सड़क बनाए जाने की मांग की है.