Noamundi (Sandip Kumar Prasad) : डीएवी, सेंटर ऑफ एकेडमिक एक्सीलेंस, नई दिल्ली के तत्वावधान में झारखंड ए जोन जमशेदपुर संभाग अंतर्गत पांच स्कूलों डीएवी गुवा, चिड़िया, नोवामुंडी, झींकपानी एवं एनआईटी आदित्यपुर (जमशेदपुर) के शिक्षकों के लिए शिक्षण जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. यह शिविर 3 फरवरी से 5 फरवरी तक चलेगा. शिविर की शुरुआत डीएवी एनआईटी आदित्यपुर, जमशेदपुर के सभागार में सहायक रीजनल ऑफिसर ओपी मिश्रा की अध्यक्षता में दीप प्रज्ज्वलित कर की गई. कार्यक्रम का उद्घाटन पांचों स्कूलों के प्राचार्यों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया.
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वर्तमान सेमिनार से शिक्षकों को मिलेगा लाभ
ओपी मिश्रा ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान सेमिनार से शिक्षकों को शिक्षण प्रक्रिया में लाभ मिलेगा. आगे सहायक रीजनल ऑफिसर ने शिक्षकों को बेहतर शिक्षण के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि शिक्षण के कार्य में कभी उत्तेजित नहीं होना चाहिए. शिक्षकों को सरल एवं शांत स्वभाव का होना चाहिए. वर्तमान समय में अभिभावक अपने बच्चों की जवाबदेही पूर्णता शिक्षकों के ऊपर छोड़ उनके द्वारा बच्चों के सर्वांगीण विकास की उम्मीद रखते हैं. शिक्षकों को अभिभावक की इस उम्मीद पर पूरी तरीके से खरा उतरना चाहिए. उन्होंने कहा कि शिक्षक के अध्यापन की विधि इतनी अच्छी और सरल होनी चाहिए ताकि बच्चे उनका कक्षा में आने का इंतजार करें.
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एक्सपर्ट मास्टर ट्रेनर द्वारा दिया गया प्रशिक्षण
आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में विभिन्न विषयों के शिक्षकों को वर्गीकृत कर उन्हें एक्सपर्ट मास्टर ट्रेनर द्वारा प्रशिक्षण दिया गया जो काफी लाभदायक रहा. जागरूकता कार्यक्रम की मॉनिटरिंग प्राचार्य डॉ. मनोज कुमार पांडेय, एसके झा, एसके पाठक, प्रशांत कुमार भुइया एवं अनूप कुमार ने अपने-अपने स्कूलों में शिक्षकों के साथ की. इस अवसर पर विभिन्न विषयों का प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रातः 10 बजे से शाम 5 बजे तक चला. कार्यक्रम की सफलता एवं संचालन में डीएवी एनआईटी आदित्यपुर (जमशेदपुर) के शिक्षकों का अग्रणी योगदान रहा.