Jamshedpur : सुभाष संस्कृति परिषद और द मिलानी ने संयुक्त रूप से आईएनए दिवस का आयोजन बिष्टुपुर स्थित मिलानी हॉल में गुरुवार को किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथियों शेखर दे, दीपांकर दत्त, पीके नंदी, कृष्ण जीत चटर्जी ने दीप प्रज्ज्वलित कर की. कार्यक्रम में शेखर दे ने कहा कि सुभाषचंद्र बोस ने इस देश की आजादी में बहुत बड़ी व महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. नेताजी ने अपने अकल्पनीय कार्यों से स्वर्णिम अक्षरों में इतिहास में अपना नाम दर्ज करवाया है. बहुत छोटी उम्र से ही उन्होंने खुद को देश के लिए समर्पित कर दिया था. जितनी असामान्य आत्मशक्ति नेताजी के अंदर थी उतनी अधिक आत्मशक्ति किसी दूसरे नेता में देखने को नहीं मिली.
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दीपांकर दत्त ने कहा कि नेता जी सुभाष चंद्र बोस के बलिदान को सम्मान देते हुए भारत सरकार किसी नोट पर उनकी भी फोटो छापे. 1940 में आईएनए का गठन सुभाष चंद्र बोस ने किया था. इसे कई देशों ने स्वीकृति भी दी थी. भारत के पहले प्रधानमंत्री भले ही जवाहरलाल नेहरू थे, लेकिन हमारे लिए अब भी भारत के पहले प्रधानमंत्री सुभाष चंद्र बोस ही हैं. सुभाष चंद्र बोस देश के पहले प्रधानमंत्री रहते तो इस तरह देश जात-पात और धर्म के नाम पर नहीं बंटा रहता.