Jamshedpur : करनडीह स्थित दिशोम जाहेरथान में सोमवार को साहित्यकार पद्मश्री राम दयाल मुण्डा की जयंती समारोह का आयोजन जाहेरथान कमिटी की ओर से किया गया. कमिटी के अध्यक्ष सीआर माझी ने कहा कि राम दयाल मुंडा महान व्यक्तित्व के धनी थे, उन्होंने आदिवासियों की भाषा साहित्य एवं संस्कृति के विकास के लिए जीवन भर काम किया. उन्हीं के प्रयास से रांची विश्वविद्यालय में क्षेत्रीय विभाग की स्थापना हुई तथा इन भाषाओं में पढ़ाई प्रारम्भ हुई. बाद में राम दयाल मुंडा रांची विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति भी बने. सीआर मांझी ने कहा कि रामदयाल मुंडा भारतीय भाषाओं के अलावे विदेशी भाषाओं का भी ज्ञान रखते थे. जिसके लिए उन्हें कई पुरस्कार से भी नवाजा गया. समारोह में माझी जुबराज टुडू, बुढान माझी, गणेश टुडू, बाबूराम सोरेन, बीर प्रताप मुर्मू, सालखान मुर्मू, दीपक हांसदा, लखिया टुडू, देवड़ी मुर्मू, दिनेश सोरेन, डोमान टुडू, नारान हेम्बरोम, दशरथ टुडू आदि उपस्थित थे.