कुष्ठ उन्मूलन अभियान के तहत 6 लाख76 हजार 454 लोगों की हुई जांच
Pakur : राज्य कुष्ठ निवारण पदाधिकारी के निर्देश पर पाकुड़ जिले में 15 जून से 28 जून तक चलाए जा रहे कुष्ठ रोगी खोज अभियान के तहत 23 जून तक जिले में कुल 6 लाख 76 हजार 454 लोगों का जांच की गई. इसमें 1169 संदिग्ध कुष्ठ रोगियों की पहचान की गई. जिला कुष्ठ रोग निवारण पदाधिकारी डॉ. एहतेशामउद्दीन ने बताया कि छह प्रखंडों में कुष्ठ रोग खोज अभियान चलाया जा रहा है. 23 जून तक पाकुड़ प्रखंड में 249, हिरणपुर प्रखंड में 167, लिट्टीपाड़ा प्रखंड में 130, अमड़ापाड़ा प्रखंड में 220, महेशपुर प्रखंड में 259 व पाकुड़िया प्रखंड 144 संदिग्ध कुष्ठ रोगियों की पहचान की गई है. बताया कि जिले फिलहाल कुल 206 कुष्ठ रोगी इलाजरत है.
समाज में कुष्ठ के संचरण को रोकना मूल उद्देश्य : उपायुक्त
इस संबंध में उपायुक्त वरूण रंजन ने कहा कि अभियान के तहत घरों में जाकर कुष्ठ रोग के संदिग्ध रोगियों को चिन्हित किया जा रहा है. अभियान का मुख्य उद्देश्य समाज मे छिपे हुए नए कुष्ठ रोगियों की खोज करना और उनका नियमित उपचार करना है. जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी व उनकी टीम प्रतिदिन विभिन्न प्रखंड का भ्रमण कर सर्वे कार्य में लगी है. सभी कर्मचारी को निर्देश दिया गया है कि प्रत्येक व्यक्ति की जांच अवश्य करें. उपायुक्त ने कहा कि समाज में कुष्ठ के संचरण को रोकना व कुष्ठ रोग से होने वाली विकलांगता से लोगों को बचाव करना कार्यक्रम का मूल उद्देश्य है. उन्होंने कहा कि कुष्ठ रोग लाइलाज बीमारी नहीं है. समय पर पहचान व इलाज होने से यह रोग शतप्रतिशत ठीक हो सकता है.
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