- पम्मी हत्याकांड में पुलिस ने पिता-भाई समेत 6 को भेजा जेल
- प्रेम-प्रसंग की वजह से हुई थी पम्मी की हत्या
- ‘घर से भाग जाएगी बेटी, समाज में होगी बदनामी, इसलिए मार डाला’
Medininagar (Palamu) : पलामू पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने 16 वर्षीय पम्मी कुमारी हत्याकांड का खुलासा करते हुये हत्याकांड में शामिल पिता भाई समेत 6 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. गिरफ्तार आरोपियों में पिता मथुरा सिंह, भाई जितेंद्र सिंह, संजय सिंह, हरेंद्र सिंह , सिविल सर्जन सिंह, रामचन्द्र सिंह शामिल है. प्रेम-प्रसंग की वजह से इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था. पलामू एसपी रिष्मा रमेशन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी.
एसपी ने बताया कि लड़की अपनी ही जाति के किसी लड़के से प्यार करती थी. वह घरवालों से छुप-छुपकर उससे बात करती थी. लड़की के पिता और भाईयों को इसकी जानकारी हो गई. बार-बार मना करने के बाद भी पम्मी नहीं मानी. वह अपनी सहेलियों के मोबाइल से अपने प्रेमी से बातें करती थी. घरवाले उसकी हरकतों से काफी नाराज थे. बीते 4 मार्च को परिजनों ने पम्मी को समझाने का काफी प्रयास किया, मगर वह नहीं मानी. गुस्से में पिता और भाईयों ने टांगी से उसके सिर पर वार कर दिया. जिससे उसकी मौत हो गई. इसके बाद चैनपुर थाना क्षेत्र के सलतुआ गांव स्थित सेवरी नदी के किनारे एक गड्ढे में उसके शव को दफनाया दिया था. घटना के बाद सभी फरार हो गये थे. जिसे पलामू पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में आरोपियों ने हत्या की वजह का खुलासा किया. पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त टांगी, मोजा और ब्लाउज को बरामद कर लिया है.
बीते 8 मार्च को गड्ढे से पुलिस ने निकाली थी लाश
बता दें कि बीते 8 मार्च को ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस गांव पहुंची थी. पुलिस ने चैनपुर थाना क्षेत्र के सलतुआ गांव के सेवरी नदी के किनारे से गड्ढे में दफनाये पम्मी के शव को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था. पुलिस 8 मार्च से ही आरोपियों की तलाश में जुटी थी. चैनपुर थानेदार सोनू कुमार चौधरी ने खबरीलाल और टेक्निकल सेल की मदद से हत्याकांड के आरोपियों को धर दबोचा. पूछताछ में आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल किया और हत्या के कारणों का भी खुलासा किया.
समाज में बदनामी के डर से कर दी हत्या
बेटी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार पिता मथुरा सिंह, भाई जितेंद्र सिंह, संजय सिंह समेत अन्य ने बताया कि समाज में बदनामी के डर से पम्मी की हत्या की गई. पम्मी को काफी समझाने का प्रयास किया गया, मगर वह नहीं मानी. परिजनों को जब लगा कि एक-दो दिन में वह उस लड़के के साथ भाग जाएगी और पूरे गांव में परिवार की बदनामी होगी. गुस्से में पिता और भाईयों ने टांगी से मारकर उसकी हत्या कर दी और शव को दफना दिया.
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