Ranchi : राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान रिम्स के पारा मेडिकल छात्र चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय के समक्ष नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए हैं. छात्र-छात्राएं अपनी सुरक्षा के साथ हॉस्टल मुहैया कराने की मांग कर रहे हैं. पारा मेडिकल छात्रा ने कहा कि हमारे लिए हॉस्टल की व्यवस्था नहीं है. ऐसे में किराये पर घर लेकर रहती हूं. इस कारण एक छात्रा का बाहरी लड़कों के द्वारा एमएमएस बनाया गया. इस घटना के बाद छात्रा सहमी हुई है. घटना से हम सभी महिला पारा मेडिकल आहत हैं. इधर रिम्स प्रबंधन ने पारा मेडिकल संस्थान के छात्रों के प्रदर्शन को अशोभनीय और उग्र करार दिया है.
प्रबंधन ने पत्र जारी कर कहा है कि छात्रों के द्वारा पदाधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार एवं सरकारी संपत्ति को नुकसान किया गया है. अध्ययनरत माहौल सुनिश्चित करने एवं अस्पताल की समुचित संचालन को देखते हुए राजकीय पारा मेडिकल संस्थान के प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के सभी शैक्षणिक संस्थाओं एवं प्रशिक्षण कार्य को अगले आदेश तक के लिए स्थगित किया जाता है.
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2016 से कर रहे हैं हॉस्टल की मांग, प्रबंधन मौन
वहीं प्रदर्शन में शामिल पारा मेडिकल छात्रों ने कहा कि रिम्स में ड्यूटी पर आते समय रात को अपराधियों ने हथियार के बल पर लूटने की कोशिश की. हालांकि पीसीआर की आवाज सुन कर अपराधी भाग गए. 2016 से हॉस्टल की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक प्रबंधन के द्वारा निर्णय नहीं लिया गया है. न ही हॉस्टल दिया गया है. ऐसे में हम सभी लोग प्रदर्शन करने को मजबूर हो गए हैं.
जब नर्सिंग छात्रों के लिए हॉस्टल तो हमारे लिए क्यों नहीं?
प्रदर्शन में शामिल पारा मेडिकल कर्मी ने कहा कि जब नर्सिंग के स्टूडेंट्स के लिए हॉस्टल की व्यवस्था है, तो फिर पारा मेडिकल के लिए यह व्यवस्था क्यों नहीं है? एक अस्पताल में सेवा देने वाले लोगों के साथ ऐसा भेदभाव क्यों किया जा रहा है, यह समझ से परे है.
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