Ranchi: राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान रिम्स में मरीज की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में हंगामा किया. परिजनों का आरोप है कि मृतक प्रदीप कुमार मेहता (47 वर्ष) हजारीबाग के कदवा गांव का रहने वाला था. डायलिसिस के लिए ले जाने के दौरान खाली सिलेंडर से ऑक्सीजन दिया जा रहा था. जिससे प्रदीप की मौत हो गयी.
24 घंटे तक आइसीईयू बेड के लिए मरीज करता रहा इंतजार
मृतक के परिजन रंजीत मेहता ने कहा कि प्रदीप को किडनी संबंधित समस्या थी. इलाज के लिए मंगलवार को रिम्स लाया गया था. मरीज को आईसीयू बेड की जरूरत थी, लेकिन बेड खाली नहीं होने का हवाला देकर उसे 24 घंटे तक इमरजेंसी में ही रखा गया. जिससे उसकी स्थिति और खराब हुई. उन्होंने कहा कि इमरजेंसी में लाने के बाद मेडिसिन विभाग के डॉ सीबी शर्मा मरीज को देख रहे थे.
ट्रॉली में लेटाते ही मरीज की स्थिति हुई खराब
वहीं ट्रॉलीमैन मोहम्मद हसीब ने कहा कि मरीज को डायलिसिस के लिए ले जाने की तैयारी थी. इसलिए मरीज को बेड से उठाकर ट्रॉली में लेटाया गया. इसी बीच मरीज की स्थिति खराब हो गयी और उसकी मौत हो गयी.
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