New Delhi : भारतीय कुश्ती फेडरेशन के अध्यक्ष के खिलाफ पहलवानों की लड़ाई का मामला अब दिल्ली हाईकोर्ट पहुंच गया है. दरअसल भारतीय कुश्ती फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के सपोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई है. याचिका में दिल्ली में धरना दे रहे पहलवानों की ओर से लगाये गये यौन उत्पीड़न के आरोप को चुनौती दी गई है. दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका बृजभूषण शरण सिंह के सहयोगी ने की है. जिसका नाम विक्की है और वो अध्यक्ष बृजभूषण के आधिकारिक आवास पर रहता है. साथ ही बृजभूषण के लिए खाना भी बनाता है. इसकी जानकारी वकील शारिकसंत प्रसाद ने याचिका दाखिल करने के बाद दी है.
साथ ही याचिका में धरना दे रहे विनेश फोगट, बजरंग पूनिया के अलावा अन्य पहलवानों पर एफआईआर दर्ज करने की भी मांग की गई है. याचिका में कहा गया है कि दिल्ली में धरना दे रहे पहलवानों ने बृजभूषण पर सार्वजनिक रूप से यौन उत्पीड़न के आरोप लगाया है. जिससे उनकी छवि और सम्मान धूमिल हुई है. यहां बता दें कि दिल्ली के जंतर-मंतर पर पिछले हफ्ते से ही बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक के अलावा 30 से ज्यादा अन्य पहलवान धरना दे रहे हैं. सभी ने फेडरेशन अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर न उत्पीड़न का आरोप लगाया है. सभी ने एकसुर में अध्यक्ष से इस्तीफे की मांग की है और फेडरेशन को भंग करने की भी मांग की है. पहलवानों ने आरोप लगाया था कि फेडरेशन के नियमों का हवाला देकर खिलाड़ियों का उत्पीड़न किया जा रहा है.
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अनुराग ठाकुर ने की थी पहलवानों से मुलाकात
कुश्ती महासंघ चीफ को हटाने की मांग को लेकर धरना पर बैठे पहलवानों ने 19 जनवरी को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की थी. उन्होंने मंत्री के सामने अपनी बात रखी थी. भारतीय कुश्ती फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को तत्काल हटाने की मांग की थी. इससे पहले केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने धरना दे रहे पहलवानों को अपने सरकारी आवास पर डिनर पर बुलाया था. कहा था कि खिलाड़ियों से बात करके उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे. खेल मंत्री के घर बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, रवि दहिया, दीपक पूनिया, बबीता फोगाट समेत कई पहलवान 4 गाड़ियों से पहुंचे थे. इससे पहले ठाकुर ने चंडीगढ़ में कहा था कि खेल मंत्रालय ने WFI को नोटिस भेजकर 72 घंटे में जवाब मांगा थे.
इससे पहले अनुराग ठाकुर चंडीगढ़ में थे और अपने सभी कार्यक्रम रद्द करके दिल्ली पहुंचे थे. दिल्ली पहुंचने के बाद उन्होंने इन पहलवानों से मुलाकात की.. खास बात ये रही कि खेल मंत्रालय से मुलाकात का रिजल्ट न निकलने के बाद खेल मंत्री खुद इन लोगों से मिले. ये मुलाकात उनके आवास पर हुई, जिसमें लगभग सभी बड़े पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और रवि दहिया शामिल रहे. उन्होंने कहा था खिलाड़ियों की बात सुनी जाएगी. काफी गंभीर आरोप खिलाड़ियों ने लगाए हैं. हम अपने सभी कार्यक्रम छोड़कर दिल्ली वापस जा रहे हैं और खिलाड़ियों से मुलाकात करेंगे. मंत्री ने कहा कि था उनकी बात सुनी जाएगी और फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी. अनुराग ठाकुर ने कहा था कि खेल और खिलाड़ियों के लिए हम लोग लगे रहते हैं.
जान से मारने की धमकी मिली थी- विनेश
विश्व चैंपियनशिप की पदक विजेता और ओलंपियन विनेश ने यह भी दावा किया है कि लखनऊ में राष्ट्रीय शिविर में कई कोच ने भी महिला पहलवानों का शोषण किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि शिविर में कुछ महिलाएं हैं, जो डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के कहने पर पहलवानों से संपर्क करती हैं. हालांकि उन्होंने खुद इस तरह के शोषण का सामना नहीं किया है. उन्होंने दावा किया कि उन्हें डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के इशारे पर उनके करीबी अधिकारियों से जान से मारने की धमकी मिली थी, क्योंकि उन्होंने टोक्यो ओलंपिक खेलों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान उनका ध्यान इन मुद्दों पर आकर्षित करने की हिम्मत दिखायी थी.
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