New Delhi : पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया( PFI) पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पांच साल का बैन लगा दिया है. इसको लेकर गृह मंत्रालय द्वारा लेटर जारी किया गया है. लेटर में लिखा हुआ है कि ये संगठन प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर पीएफआई की मदद करते थे. इसमें से कई संगठन ऐसे हैं जो कि फंडिंग किया करते हैं. पीएफआई के सहयोगी संगठन जैसे रिहैब इंडिया फाउंडेशन (आरआईएफ), कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआई), ऑल इंडिया इमाम काउंसिल (एआईआईसी), नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन (एनसीएचआरओ), नेशनल विमेन फ्रंट, जूनियर फ्रंट को भी बैन कर दिया गया है.
इसे भी पढ़ें – सांसद-भोजपुरी एक्टर रवि किशन से 3.25 करोड़ की ठगी, बिल्डर के खिलाफ केस दर्ज
मंगलवार को 8 राज्यों में NIA ने की थी छापेमारी
गौरतलब है कि केंद्रीय जांच एजेंसियां पिछले कुछ दिनों से पीएफआई के खिलाफ छापेमारी कर रही थी. इस दौरान संगठन से जुड़े कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया हैं. वहीं मंगलवार को NIA ने पीएफआई के खिलाफ 8 राज्यों के 50 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की थी. जिसमें कुल 247 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. जिसमें उत्तर प्रदेश से 44,कर्नाटक से 72,असम में 20, दिल्ली में 32, महाराष्ट्र में 43, गुजरात में 15, मध्य प्रदेश में 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
इसे भी पढ़ें – रांची : मेन रोड में असामाजिक तत्वों ने धार्मिक स्थल में की तोड़फोड़, भारी संख्या में पुलिसबल तैनात
22 सितंबर को 106 सदस्यों को किया गया था गिरफ्तार
बता दें कि बीते 22 सितंबर को भी NIA और ईडी ने 15 राज्यों में छापेमारी की थी. उस दौरान 106 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. जिसमें पीएफआई के नेता और कार्यकर्ता शामिल है. एनआईए, पीएफआई की संलिप्तता वाले 19 मामलों की जांच कर रही है. उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने मीडिया को बताया था कि पीएफआई एवं उसके अनुषांगिक संगठनों द्वारा देश के विभिन्न स्थानों पर की गयी हिंसा एवं उक्त संगठन के सदस्यों की बढ़ती हुई राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के मद्देनजर जनपदीय पुलिस, विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) के संयुक्त दलों ने छापेमारी की.
इसे भी पढ़ें – 25-35% छात्रों का ही हो रहा प्लेसमेंट, जानें सूबे के पॉलिटेक्निक कॉलेजों का हाल
साल 2006 में पीएफआई का हुआ था गठन
बता दें कि साल 2006 में पीएफआई का गठन हुआ था. वहीं यह संगठन भारत में सशक्तिकरण के लिए नव सामाजिक आंदोलन चलाने का दावा करता है. हालांकि, कानून प्रवर्तन एजेंसी का दावा है कि पीएफआई कट्टर इस्लाम का प्रसार कर रहा है. इस संगठन का गठन केरल में किया गया था और इसका मुख्यालय दिल्ली में है.
इसे भी पढ़ें – पॉलिटेक्निक संस्थानों में पढ़ाई कर रहे 20 से 25 प्रतिशत स्टूडेंट्स का ही हो रहा प्लेसमेंट