Chaibasa : कोल्हान विश्वविद्यालय के पीजी विभाग में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों के लिये विश्वविद्यालय परिसर में बनकर तैयार हॉस्टल अबतक हैंडओवर नहीं हुआ है. जिसके कारण अब तक हॉस्टल का इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है. दो साल पूर्व ही दो हॉस्टल गर्ल्स व ब्वॉयज के लिये बनकर तैयार हो चुका है. दोनों हॉस्टल 100-100 बेड का बनाया गया है. हॉस्टल का निर्माण रूषा फंड के तहत हुआ है. ब्वॉयज हॉस्टल का उद्घाटन तो नहीं हुआ है, लेकिन शराबियों के लिये यह एक शराब का अड्डा जरूर बन गया है. चाईबासा के विभिन्न क्षेत्रों से लोग यहां शराब पीने आते है. ब्वॉयज हॉस्टल के चारों तरफ शराब की बोतलें पड़ी हुईं दिखाई देती हैं. विवि प्रशासन न ही इसकी जांच कर रहा है और न ही किसी तरह की निगरानी. विद्यार्थियों ने हॉस्टल का उद्घाटन नहीं होने से नाराजगी जतायी है. विद्यार्थियों का मानना है कि कोल्हान विवि के पीजी विभाग में दूर-दराज के विद्यार्थी अध्ययन करने के लिये आते हैं. चाईबासा में मकान किराया अधिक है, विद्यार्थियों को अच्छी-खासी रकम मकान भाड़ा पर खर्च करना पड़ता है. विवि यदि इन छात्रावास को हैंडओवर लेकर इनका उद्घाटन करता तो आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को बड़ी राहत मिल जाती. इधर, कोल्हान विवि के प्रवक्ता डॉ पीके पाणी ने कहा कि हमारा प्रयास है कि दिसंबर तक हॉस्टल का उद्घाटन कराया जायेगा. जिसको लेकर कागजी प्रकिया पूर्ण हो गयी है. हैडओवर मिलते ही उद्घाटन कर दिया जाएगा.
तीन करोड़ से अधिक की लागत से बना है हाइटेक हॉस्टल
कोल्हान विवि में रूषा फंड के तहत लगभग तीन करोड़ से अधिक की लागत से हाइटेक हॉस्टल का निर्माण हुआ है. यहां विद्यार्थियों के लिये हर तरह की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है. विवि में यह पहला गर्ल्स व ब्वॉयज के लिये हॉस्टल तैयार किया गया है जो क्वार्टर जैसा है. इसमें विद्यार्थियों को अलग से कमरा दिया जायेगा. हॉस्टल के चारों तरफ वाईफाई की सुविधा है.
मैं कुमारडुंगी से आती हूं. चाईबासा में छात्राओं के लिये अलग से कमरा नहीं मिलता है. फैमिली क्वार्टर ही लेना पड़ता है, जिसके लिये प्रति माह 4 से 5 हजार रुपये देना होता है. यादि विवि की ओर से गर्ल्स हॉस्टल का उद्घाटन होता है तो दूर-दराज से आने वाली छात्राओं के लिये परेशानी नहीं होती.
निकिता रानी, छात्रा, पीजी विभागहम सब विद्यार्थियों के लिये अलग से चाईबासा में कमरा लेना मुश्किल है. मैं मझगांव से आती हूं. सप्ताह में दो से तीन दिन ही क्लास आना पड़ता है. जब भी कॉलेज आती हूं 200 से 300 रुपये खर्च हो जाते हैं. इससे हम सबों की आर्थिक स्थिति खराब हो रही है. अपने बजट से अधिक खर्च हो जाता है. विवि से मांग है कि हॉस्टल का उद्घाटन करे ताकि हम सबों को परेशान नहीं होना पड़े.
वंदना कुमारी, छात्रा, पीजी विभागविवि से मांग है कि हॉस्टल बनकर तैयार है, अब इसका उद्घाटन कराया जाये. यह दो साल पहले ही बन गया है लेकिन उद्घाटन नहीं हुआ है. हॉस्टल नहीं होने से विद्यार्थियों को काफी परेशानी होती है. ब्वॉयज हॉस्टल के बाहर शराबियों का अड्डा बना हुआ है.
पप्पु बारिक, छात्र, पीजी विभागब्वॉयज हॉस्टल परिसर में शराबियों का अड्डा बना हुआ है. विवि प्रशासन की ओर से इसे रोका जाये. 2019 में हॉस्टल का काम पूरा हो गया है. लेकिन उद्घाटन नहीं हुआ है. विवि प्रशासन से मांग है कि हॉस्टल का उद्घाटन जल्द करे.
सुबोध महाकुड़, सचिव, विवि छात्र संघकोरोना काल में कई लोगों की आर्थिक स्थिति खराब हो गयी है. ऐसे में यादि हॉस्टल का उद्घाटन होता तो कई विद्यार्थियों को लाभ पहुंचता. विवि प्रशासन से मांग है कि गर्ल्स व ब्वॉयज हॉस्टल का उद्घाटन करे.
पीपुन बारिक, छात्र, पीजी विभाग.