Shubham Kishore
Ranchi: गुरुवार को राष्ट्रीय सब जूनियर खो-खो प्रतियोगिता का समापन हुआ. रांची के खेल गांव स्थित मेगा स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में समापन समारोह हुआ. इसमें मुख्य अतिथि झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस और विशिष्ट अतिथि रांची विधायक सीपी सिंह थे. फाइनल मुकाबला खेला जा रहा था. इस दौरान कैमरे की नजर चाय बांटते हुए बच्चियों पर पहुंची. उनसे बात करने पर पहले तो उन्होंने खिलाड़ी होने से इंकार किया, लेकिन उनमें से एक बच्ची से जब कहा गया कि उन्हें झारखंड का प्रतिनिधित्व कर खेलते हुए देखा गया है. तब उसने बताया कि उसने प्रखंड स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक खेला है, और आज अपनी मर्जी से चाय बांट रही हैं. अव्यवस्था का आलम यहां खत्म नहीं हुआ.
प्रतियोगिता के समापन के बाद जब खाने के काउंटर कि तस्वीर ली तो उसमें में खिलाड़ी खाना बांटते नजर आए. इस मामले पर जब झारखंड स्टेट खो-खो के महासचिव से बात की गई तो उन्होंने कहा पहले जो खिलाड़ी थे वो खुद वॉलंटियर बने और ये कोई बड़ी बात नहीं है. हम भी आयोजक होने के बावजूद खुद गद्दे भी बिछाए हैं. वहीं जब इस मामले पर खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव एमएस त्यागी से बात कि गई, तो उन्होंने कहा जो खेलने वाले खिलाड़ी होंगे. उन्होने चाय नहीं बांटी होगी लेकिन जो वालंटियर के रूप के काम कर रहे होंगे. उनमें से कोई हो सकता है. साथ ही उन्होंने कहा की अगर मैं खेलना छोड़ दिया हूं और वॉलंटियर का काम कर रहा हूं, तो ये गलत नहीं है ये मेरे लिए गर्व कि बात है की मै खिलाड़ियों के लिए कुछ कर पर रहा हूं.
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दुर्भाग्य कि बात ये रहा कि आयोजनकर्ताओं ने खिलाड़ियों से काम लिया, जबकी कैटरिंग के लिए साधविक कैटरर को रखा गया था. बता दें कि झारखंड खो-खो संघ के बैनर तले राजधानी रांची के खेल गांव स्थित मेगा स्पोर्ट्स स्टेडियम में 16 से 19 जनवरी तक खेलो इंडिया जूनियर व सब जूनियर नेशनल महिला खो-खो प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. खिलाड़ियों के रहने और खाने-पीने में भी अव्यवस्थाओं का बोलबाला रहा. बाथरूम में से लेकर पीने के पानी तक खिलाड़ी काफी परेशान दिखे, साथ ही शौचालय में बिजली कि भी व्यवस्था डामाडोल रही.
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