Patna: बिहार में मेडिकल के क्षेत्र में नये प्रयोग किये जा रहे हैं. इससे मरीजों को ही लाभ मिलेगा. इसी क्रम में पटना एम्स में चिकित्सकों ने ब्रेन ट्यूमर के ऑपरेशन में रोबोट की मदद ली. 65 वर्षीय महिला मरीज के ब्रेन ट्यूमर का ऑपरेशन किया गया, जो सफल रहा.
सिर पर छोटा छेद किया जाता है
न्यूरो सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. विकास चंद्रा ने बताया कि इस तकनीक में पहले दिमाग के महत्वूपर्ण नसों और ब्लडवाहिका का स्ट्रक्चर नर्व और वेस्कुलर रिकंस्ट्रक्शन द्वारा कलर किया जाता है. सिर के ऊपर की हड्डी में बटन से भी छोटा छेद किया जाता है. रोबोट (ऑटो गाइड) न्यूरोनेविगेशन में पहले से ही मरीज के दिमाग की एमआरआई और सीटी स्कैन का इमेज डाला जाता है. साथ ही रोबोट के फिक्स्ड आर्म से तकरीबन 0.1 मिलीमीटर एक्यूरेसी के साथ ट्यूमर तक सुरक्षित पहुंचा जाता है. इसकी जांच ऑपरेशन के दौरान सीटी स्कैन मशीन द्वारा की जाती है.
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मिर्गी की बीमारी का भी इलाज होगा
डॉ. चंद्रा ने कहा कि इस तकनीक से दिमाग के जटिल ट्यूमर, ब्रेन हेमरेज, मूवमेंट डिसऑर्डर और मिर्गी की बीमारी का सटीक ऑपरेशन सुगमतापूर्वक किया जा सकता है. रोबोट के द्वारा ऑपरेशन 3 से 4 घंटे में किया जा सकता है. इस तकनीक से सर्जरी में कंप्लीकेशन 50 प्रतिशत कम हो जाता है. अभी यह सुविधा एम्स पटना में प्रायोगिक तौर पर की गई है. यह सुविधा देश के गिने-चुने अस्पतालों में ही है. जाहिर है इससे आनेवाले दिनों में मरीजों को काफी फायदा होगा.
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