New Delhi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस साल की अपनी पहली विदेश यात्रा पूरी कर स्वदेश लौट आए हैं. पीएम मोदी ने इस दौरान तीन यूरोपीय देशों का दौरा पूरा किया. उन्होंने व्यापार, ऊर्जा और हरित प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत बनाने के लिए कई द्विपक्षीय बैठकें कीं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पीएम मोदी दौरे से लौटने के बाद तुरंत अपने कार्यालय पहुंचे. वो देश के विभिन्न राज्यों में तपती गर्मी को लेकर सात से आठ बैठकें की. पीएम मोदी ने अपने विदेश यात्रा के दौरान भी कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात की और भारत से संबंधों को और बेहतर करने की कोशिश की. मोदी ने भारतीय समुदाय के लोगों से बातचीत की.
सात देशों के आठ वैश्विक नेताओं से की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 से 4 मई तक जर्मनी, डेनमार्क और फ्रांस के दौरे पर थे. पीएम मोदी ने 65 घंटों में सात देशों के आठ वैश्विक नेताओं के साथ द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैठकें कीं. अपनी विदेश यात्रा के दौरान पीएम ने लगभग 25 बैठकें कीं. इसके अलावा 50 वैश्विक व्यापारिक नेताओं के साथ भी पीएम मोदी ने वार्ता की. पीएम मोदी जैसे ही स्वदेश लौटे, उन्होंने ताबड़तोड़ बैठकें करनी शुरू कर दी हैं. देश के विभिन्न हिस्सों में पड़ रही भीषण गर्मी से निपटने और मॉनसून से जुड़ी तैयारियों का जायजा लेने के लिए एक अहम बैठक की अध्यक्षता करेंगे.
भारत लौटते ही मीटिंग शुरू
उन्होंने बताया कि यूरोपीय देशों की तीन दिवसीय यात्रा से लौटने के बाद प्रधानमंत्री दिन में करीब सात से आठ बैठकें करने वाले हैं. सूत्रों ने बताया कि स्वदेश लौटने के तत्काल बाद प्रधानमंत्री अपने कार्यालय पहुंचे. देश के कई हिस्सों में पारा तेजी के साथ बढ़ रहा है और कई शहरों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. दिल्ली सहित देश के कुछ हिस्सों में बुधवार को हुई ओलावृष्टि और बारिश के चलते हालांकि लोगों को भीषण गर्मी से कुछ राहत भी मिली.
फ्रांस यात्रा को बताया सार्थक
इससे पहले, प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट कर अपनी फ्रांस यात्रा को ‘बहुत सार्थक’ बताया. मोदी ने कहा, ‘फ्रांस का मेरा दौरा संक्षिप्त था लेकिन यह बहुत सार्थक रहा. मुझे और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को विभिन्न विषयों पर चर्चा करने का अवसर मिला. शानदार आवभगत के लिए मैं उनको और फ्रांस की सरकार को धन्यवाद देता हूं.’ अपनी यात्रा के अंतिम चरण में मोदी ने मैक्रों के साथ विस्तृत वार्ता की. कुछ सप्ताह पहले ही मैक्रों फिर से फ्रांस के राष्ट्रपति चुने गए हैं.
यूक्रेन रूस युद्ध भी दी अपनी राय
यूक्रेन के खिलाफ रूस के हमले के बीच मोदी और मैक्रों ने द्विपक्षीय, आपसी हितों के साथ ही क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की. उन्होंने बुधवार की रात को मैक्रों से अकेले में तथा प्रतिनिधि स्तर पर गहन वार्ता की. मोदी और मैक्रों ने यूक्रेन में संघर्ष के क्षेत्रीय तथा वैश्विक प्रभावों पर चर्चा की और इस मुद्दे पर समन्वय बढ़ाने को लेकर सहमति व्यक्त की. यूक्रेन का मुद्दा भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भी प्रमुखता से उठा जिसमें प्रधानमंत्री मोदी और फिनलैंड, आइसलैंड, स्वीडन, नॉर्वे और डेनमार्क के उनके समकक्षों ने भाग लिया.
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