- बख्तियारपुर का युवक नामकुम के बंधुआ में करता था मुंशी का काम
- सात फरवरी से था गायब, सिसई के सोंगरा से मिला था शव
Gumla : गुमला के मुक्तिधाम में लगभग बीस दिन पहले दफनाए गए शव को नामकुम पुलिस ने सोमवार को कब्र से बाहर निकाला और शव को अपने साथ ले गई. बता दें कि सोंगरा जंगल से सिसई थाना की पुलिस से 12 फरवरी को एक शव बरामद किया था. शव की शिनाख्त नहीं होने पर 72 घंटे बाद पुलिस ने गुमला के मुक्तिधाम में शव को दफन कर दिया था. सोमवार को नामकुम पुलिस ने गुमला पुलिस के सहयोग से कब्र खोदकर शव को बाहर निकाला. जिसकी पहचान परिजनों ने ज्ञान प्रकाश सिंह के रूप में की. मृतक ज्ञान प्रकाश सिंह मूल रूप से पटना के बख्तियापुर का रहने वाला था. वर्तमान में वह नामकुम थाना क्षेत्र के बंधुआ पंचायत में रहकर ठेकेदार के अधीन काम करता था. मृतक के भाई ने बताया कि उसका भाई ज्ञान प्रकाश सिंह पिछले सात फरवरी को बंधुआ में था और उसी दिन अपना स्वीफ्ट डिजायर कार लेकर कहीं निकला, उसके बाद से वह नहीं लौटा. मोबाइल स्वीच ऑफ आने लगा तब परिजनों ने अपने स्तर से खोजबीन में शुरू की. इस दौरान परिजन बिहार से बंधुआ पंचायत पहुंचे, लेकिन उसका वहां भी कोई सुराग नहीं मिला. तब परिजन 15 फरवरी को नामकुम थाना में ज्ञान प्रकाश के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई. ज्ञान प्रकाश के अपहरण का आरोप उसके दोस्त गुडू उर्फ उदय और बोल बम पर लगाया. इसके बाद पुलिस अनुसंधान में जुटी रही. साथ ही इस मामले को लेकर नामकुम पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया. दोनों की निशानदेही पर पूरे मामले का उद्भेदन हुआ.
58 महिलाओं के नाम से 50 लाख का लोन लेकर भागी एजेंट
गुमला : गुमला के 58 महिलाओं के नाम पर 50 लाख से अधिक का लोन लेने और रिकवरी का दबाव आने पर घर बेचकर भागने का एक मामला प्रकाश में आया है. सोमवार को गुमला स्लम एरिया की पीड़ित महिलाओं ने सदर थाना में इसकी लिखित शिकायत की है. जिसमें कहा गया है कि गौस नगर की रहने वाली महिला अंजुम खातून ने महिलाओं से आधार कार्ड लेकर विभिन्न नन बैंकिंग कंपनी से लोन ले ली है. नन बैंकिंग कंपनी जिनके नाम से लोन है उस पर रिकवरी का दबाव बना रही है. महिलाओं ने अपने एजेंट अंजुम खातून को बैंक से आ रहे रिकवरी के दबाव की जानकारी दी और पैसे की मांग की तो महिला ने गौस नगर स्थित मकान को चुपके से बेच कर भाग गई. जानकारी के अनुसार अंजुम खातून ने अपने पति फिरोज के साथ आरबीएल,सेटिंग, यूनाइटेड, आशीर्वाद, बंधन व भारत नामक नन बैंकिंग कंपनी से करीब 50 लाख रुपये से अधिक का लोन अलग-अलग महिलाओं के आधार कार्ड से निकासी की है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
नौकरी दिलाने के नाम पर साढ़े सात लाख की ठगी
गुमला : एयरपोर्ट में सुरक्षा गार्ड की नौकरी के नाम पर पचास से अधिक युवक-युवतियों से साढ़े सात लाख रुपये ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है. ठगी के शिकार हुए युवक-युवतियों ने तिररा गांव निवासी सत्येन्द्र मिश्रा पर रुपये ठगने का आरोप लगाया है. सत्येन्द्र मिश्रा ने अपने को एसएसबी सिक्योरिटी एजेंसी का निदेशक बताते हुए पिछले वर्ष 2023 में गुमला, सिमडेगा, खूंटी सहित छतीसगढ़ के कई जिला में कार्यालय खोला था. शिकायतकर्ता कपिल देव सिंह रायबा, कामडारा, कृष्णा मांझी रोकेडेगा पालकोट, शंकुतला कुमारी जकजोर बसिया निवासी ने बताया कि अलग-अलग एयरपोर्ट पर सुरक्षा गार्ड की नौकरी देने के नाम पर पन्द्रह-पन्द्रह हजार रुपये नगद तथा ऑनलाइन लिया. फिलहाल एसएसबी सिक्योरिटी एजेंसी के नाम से संचालित सभी जिला का कार्यालय बंद है.
इसे भी पढ़ें : 18728 में 532 होमगार्ड रहस्यमय ढंग से लापता!, डीजी के निर्देश पर जांच शुरू