Ranchi: रिम्स के ट्रॉमा सेंटर को सुचारू रूप से संचालित करने की तैयारी चल रही है. कोरोना से पहले सेंटर के तीनों फ्लोर व्यवस्थित तरीके से चल रही थी. राज्य में संक्रमण के प्रवेश करते ही ट्रॉमा सेंटर को कोविड वार्ड में तब्दील कर दिया गया था. अब वापस से इसके फर्स्ट, सेकेंड व थर्ड फ्लोर को ट्रामा के मरीजों के लिए शुरू किया जाना है. इसकी तैयारी प्रबंधन के स्तर से शुरू हो चुकी है. वर्तमान में यहां तीसरे तल्ले में कोरोना के करीब 20 संक्रमित मरीज भर्ती हैं.
इसमें से 12 ऑक्सीजन सपोर्ट व वेंटिलेटर पर हैं. जबकि 8 सामान्य वार्ड में इलाजरत हैं. अब कोरोना संक्रमित मरीजों को पेइंग वार्ड में ही भर्ती करने पर विचार चल रहा है. लेकिन जब बात ट्रॉमा सेंटर को फुल फेज में शुरू करने की है तो यहां भी प्रबंधन को परेशानी हो सकती है.
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40 नर्स के भरोसे है रिम्स का ट्रॉमा सेंटर
ट्रॉमा सेंटर में नर्सो की संख्या करीब 100 होनी चाहिए. लेकिन वर्तमान में सिर्फ 40 नर्सों की ही ड्यूटी लगायी जाती है. जाहिर है जब मरीजों की संख्या में इजाफा होगा तो प्रबंधन को मैनपावर भी बढ़ाने पर विचार करना होगा. बताते चलें कि रिम्स में पहले से ही नर्सों की संख्या मरीज की संख्या के अनुपात में काफी कम है. शासी परिषद की बैठक में 370 पदों पर स्थायी नर्सों की बहाली प्रक्रिया शुरू होनी है. जबकि अब तक विज्ञापन तक नहीं निकला है.
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टेक्नीशियन-वार्ड अटेंडेंट की संख्या भी कम
ट्रॉमा सेंटर में नर्सो के अलावा टेक्नीशियन, वार्ड अटेंडेंट आदि की संख्या भी जरूरत के लिहाज से कम है. यहां वर्तमान में टेक्नीशियन की संख्या 10 के करीब है. जबकि 30 से 40 की जरूरत है. इसी तरह इतने ही वार्ड अटेंडेंट चाहिए.
रेजिडेंट डॉक्टरों की भी जरूरत है. विज्ञापन निकाला गया था लेकिन उम्मीदवार नहीं मिलने के कारण नियुक्ति नहीं हो सकी. जल्द रेजिडेंट की बाहाली कर इस समस्या को दूर किया जाएगा. इन सभी के अतिरिक्त ओटी के लिए भी अलग से स्टाफ की जरूरत है. इन सारी जरूरतों से प्रबंधन को अवगत कराया जा चुका है.