Ranchi: कोरोना की संभावित तीसरी लहर से पूर्व राज्य सरकार राज्य के बच्चों को सुरक्षित करने की मुहिम में जुट गई है. डायरिया से बचाव को लेकर राज्य सरकार राज्य के बच्चों के लिए 40 लाख ओआरएस के पैकेट बांटने का निर्णय लिया है. स्वास्थ विभाग के वरीय आईईसी प्रभारी सिद्धार्थ त्रिपाठी ने कहा कि इसके लिए विभाग की ओर से राज्य के सभी संबंधित पदाधिकारी को निर्देश भेज दिया गया है.
5 वर्ष से छोटे बच्चों को दिया जाएगा ओआरएस और जिंक टैबलेट
सिद्धार्थ त्रिपाठी ने बताया कि मॉनसून से पहले 15 दिनों तक चलने वाले इस अभियान में सभी 5 वर्ष से छोटे बच्चों को ओआरएस का पैकेट और जिंक टैबलेट दिया जाएगा. वहीं राज्य के सभी सीएचसी, पीएचसी और हेल्थ सब सेंटर पर पर्याप्त मात्रा में स्टॉक रखने का निर्देश दिया गया है.
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झारखंड में 7 लाख बच्चों को है कोविड से खतरा
झारखंड में संभावित कोरोना की तीसरी लहर में 7,17, 000 बच्चे कोरोना से संक्रमित हो सकते हैं. ये झारखंड में 0-18 वर्ष के बच्चों की कुल संख्या 1.43 करोड़ का 5% है. कुल संक्रमितों में से 28,700 बच्चों में कोरोना के सिम्पटोमेटिक लक्षण होंगे. जिनमें 8,610 बच्चों की स्थिति गंभीर हो सकती है और उन्हें ICU में एडमिट करने की जरूरत पड़ सकती है.
कोविड के कारण पिछले साल नहीं हुआ डायरिया प्रिवेंशन और मैनेजमेंट कार्यक्रम
स्वास्थ्य विभाग के वरीय आईईसी प्रभारी सिद्धार्थ त्रिपाठी ने कहा कि पिछले साल कोरोना के कारण डायरिया प्रिवेंशन और मैनेजमेंट की एक्टिविटी नहीं हो पाई थी. उन्होंने कहा कि 2014 में इंटेंसिफाइड डायरिया कंट्रोल फोर्टनाइट की शुरुआत की गई है. इसका मकसद डायरिया से राज्य के बच्चों की मौत को खत्म करना है. एक बार फिर इस अभियान के शुरू होने से राज्य के बच्चों को डायरिया से सुरक्षित बचाया जाएगा.