Ranchi: बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश ने कहा है कि रूपा तिर्की मामले में सरकार की ओर से न्यायिक आयोग का गठन आंखों में धूल झोंकने जैसा है. उन्होंने कहा कि राज्य की होनहार पुलिस पदाधिकारी और बेटी रूपा तिर्की आत्महत्या मामले को राज्य सरकार पूरी तरह लीपापोती करके समाप्त करना चाहती है. उन्होंने कहा कि रूपा तिर्की की मौत का प्रकरण एक गंभीर आपराधिक मामला है, जिसमें कई सफेदपोश के नाम जुड़े हैं. रूपा तिर्की के परिजनों ने थाने में ऐसे लोगों के नाम से एफआईआर दर्ज कराए हैं.
रूपा तिर्की को न्याय दिलाने में आना-कानी कर रही सरकार
उन्होंने कहा कि रूपा तिर्की के परिजन सहित जनजाति समाज के कई संगठन इस संबंध में लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं, लेकिन यह सरकार आदिवासी समाज की बेटी को न्याय दिलाने में लगातार आना-कानी कर रही है. उन्होंने कहा कि न्यायिक आयोग राज्य के पुलिस के सहारे कितना न्याय दिला पाएगी, यह संदेहास्पद है. जहां आरोपियों को राज्य सरकार का प्रत्यक्ष संरक्षण प्राप्त हो, उसमें राज्य की पुलिस कितना सही जांच कर पाएगी, यह जगजाहिर है.
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जांच को ठंडे बस्ते में डालने की पूरी तैयारी
दीपक प्रकाश ने कहा कि राज्य की जांच एजेंसी पर रूपा के परिजनों को भरोसा नहीं है. अगर परिजनों को इसपर भरोसा ही होता तो फिर सीबीआई जांच की मांग नहीं उठती. उन्होंने कहा कि न्यायिक आयोग की जांच रिपोर्ट को मानने के लिए राज्य सरकार बाध्य भी नहीं होती. इसलिये उसकी जांच को ठंडे बस्ते में डालने की पूरी तैयारी राज्य सरकार की ओर से दिख रही है. दीपक प्रकाश ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने जनजाति समाज के शोषण और अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दी थी, लेकिन उनकी पुण्यतिथि पर उस समाज से आने वाले मुख्यमंत्री द्वारा एक आदिवासी बेटी के साथ हो रहे अन्याय को भारतीय जनता पार्टी कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगी. भाजपा मामले की सीबीआई जांच की लड़ाई अंतिम दम तक लड़ेगी.