Kolkata : ममता बनर्जी के राज्य में चुनाव रिजल्ट के बाद हिंसा की घटनाएं कल्पना से परे हैं. पश्चिम बंगाल की जनता पुलिस से डरी हुई है. तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से आम जनता रहम की भीख मांग रही है. मैं बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से अपील करता हूं जनता के दुख, डर और मुश्किलों को खत्म करने की दिशा में कदम उठायें.
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने रविवार सुबह एक के बाद यह सारे ट्वीट किये
बता दें कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने रविवार सुबह एक के बाद यह सारे ट्वीट किये. इन सारे ट्वीट्स में राज्यपाल ने चुनाव के बाद बंगाल में जारी हिंसा को लेकर नाराजगी दिखी. जान लें कि सीएम ममता बनर्जी की कार्यशैली पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने तीखी टिप्पणी करते हुए बंगाल की जनता को भरोसा दिया कि भारतीय संविधान से मिले अधिकार को सुरक्षित किया जायेगा.
शनिवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने नंदीग्राम की यात्रा की थी
राज्यपाल के ट्वीट नंदीग्राम यात्रा के बाद आये हैं. शनिवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने नंदीग्राम की यात्रा की थी. इस दौरान उन्होंने पश्चिम बंगाल चुनाव रिजल्ट के बाद हो रही हिंसा के प्रभावितों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना. इसके बाद राज्यपाल ने कई ट्वीट किये. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एक ट्वीट में बहुत हो गया.
सीएम ममता बनर्जी आपको जरूर हिंसा रोकने के लिए कदम उठाना होगा. इसके अलावा आपके पास कोई विकल्प नहीं है. हिंसा करने वालों की पहचान की जायेगी. आरोपियों को सलाखों के पीछे भी पहुंचाया जायेगा. हिंसा पीड़ितों को राहत भी दी जायेगी और काम में लापरवाही बरतने वालों को जवाब भी देना होगा.
नंदीग्राम की जनता डर के साये में जीने को विवश है.
नंदीग्राम यात्रा से जुड़े एक अन्य ट्वीट में राज्यपाल ने चुनाव रिजल्ट के बाद जारी हिंसा को लेकर ममता बनर्जी पर निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि नंदीग्राम की जनता डर के साये में जीने को विवश है. उन्हें टीएमसी के खिलाफ वोट डालने का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. हिंसा प्रभावितों का लोकतंत्र और कानून पर से विश्वास उठता जा रहा है.
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के रिजल्ट के बाद हुई हिंसा के पीड़ितों से राज्यपाल जगदीप धनखड़ मुलाकात कर रहे हैं. इसी के तहत राज्यपाल ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम का दौरा कर पीड़ितों से मुलाकात की थी. इसके पहले शुक्रवार को पश्चिम बंगाल से पलायन करके असम के राहत शिविरों में रह रहे हिंसा पीड़ितों से भी राज्यपाल मिल चुके हैं.