Melbourne : भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के क्वाड गठबंधन (Quadrilateral Security Dialogue Meeting) ने आतंकवाद लेकर पाकिस्तान को आईना दिखाया है. खबर आयी है कि ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में हुई क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में इन देशों ने मुंबई और पठानकोट आतंकी हमलों की कड़ी निंदा की. उन्होंने सीमा पार आतंकवाद की निंदा करते हुए संबंधित देशों से आतंकवादियों के पनाहगाहों को खत्म करने को कहा.
याद करें कि कुछ दिन पहले चीन दौरे पर गये पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शी जिनपिंग के साथ मिलकर कश्मीर का मुद्दा उठाया था. माना जा रहा है कि भारत ने इसी के जवाब में क्वाड में आतंकवाद के मुद्दे को शामिल कर पाकिस्तान को घेरने की कोशिश की है.
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क्वाड ने भारत में हुए आतंकवादी हमलों की निंदा दोहरायी
क्वाड विदेश मंत्रियों ने बैठक के दौरान सीमा पार आतंकवाद की निंदा की और देशों से आतंकवादियों के पनाहगाहों को खत्म करने, आतंकवादी नेटवर्क, आतंकी बुनियादी ढांचे और उन्हें बनाये रखने वाले वित्तीय माध्यमों को बाधित करने के लिए मिलकर काम करने का आग्रह किया गया है. विदेश मंत्रियों ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि इस संदर्भ में, हम सभी देशों से यह सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं कि उनके नियंत्रण वाले क्षेत्र का उपयोग आतंकवादी हमलों के लिए नहीं किया जाये.
साथ ही कहा कि इस तरह के हमलों के दोषी अपराधियों को शीघ्र दंडित किया जाये. जान लें कि क्वाड देशों ने एक सुर में कहा कि हम भारत में हुए आतंकवादी हमलों की अपनी निंदा दोहराते हैं, जिनमें 26/11 मुंबई और पठानकोट हमला भी शामिल है.
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क्वाड देशों ने तालिबान को खरी-खरी सुनाई
खबरों के अनुसार क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों ने अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज तालिबान को खरी-खरी सुनाई है. कहा कि हम यूएनएससी (संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद) के प्रस्ताव 2593 (2021) की फिर से पुष्टि करते हैं कि अफगान क्षेत्र का इस्तेमाल किसी भी देश को धमकाने या हमला करने, आतंकवादियों को पनाह देने या प्रशिक्षित करने, या आतंकवादी कृत्यों की योजना बनाने या वित्त पोषित करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने साफ कहा कि अगर किसी जमीन पर आतंकवादी गतिविधियां पनपती हैं तो ऐसे अनियंत्रित स्थान सुरक्षा के लिए एक सीधा खतरा हैं.
क्वाड देशों ने चीन पर भी बोला हमला
क्वाड विदेश मंत्रियों ने चीन का नाम लिये बिना दक्षिण और पूर्वी चीन सागर सहित समुद्री नियम-आधारित व्यवस्था की चुनौतियों का सामना करने का भी संकल्प लिया. बयान में कहा गया कि क्वाड समुद्री क्षेत्र जागरूकता को मजबूत करने, अपतटीय संसाधनों को विकसित करने की क्षमता बढ़ाने और अवैध एवं अनियमित रूप से मछली पकड़ने जैसी चुनौतियों का मुकाबला करने के अलावा नौवहन की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्रीय भागीदारों के साथ जुड़ाव को गहरा करने के लिए दृढ़ हैं.
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इमरान और जिनपिंग ने कश्मीर पर कहा था
इमरान खान और शी जिनपिंग की बैठक के बाद चीन ने एक बयान जारी कर कहा था कि कश्मीर का मुद्दा लंबे समय से विवाद का रहा है और यह इतिहास से मिले विवाद की देन है. इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र चार्टर, सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और द्विपक्षीय समझौतों के आधार पर ठीक से और शांति से हल किया जाना चाहिए.