Ramgarh : जिले के नगर परिषद क्षेत्र में स्वच्छ भारत मिशन के तहत राहगीरों के लिए 30 मॉडलर टॉयलेट का निर्माण किया गया था. लेकिन अधिकारियो की उदासीनता और रख रखाव के अभाव में आज मॉडलर टॉयलेट की स्थिती खराब हो गयी है. और इससे आती बदबू और आस-पास फैली गंदगी उन्ही राहगीरों के लिए मुसीबत बनी हुई है.
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एक टॉयलेट निर्माण में लगभग सवा लाख रुपये खर्च हुए है
रामगढ़ नगर परिषद क्षेत्र में विभिन मॉडलर टॉयलेट का बनाये गये. एक टॉयलेट के निर्माण में लगभग सवा दो लाख रुपये की लागत लगी. योजना के तहत नगर परिषद क्षेत्र में लगभग 70 लाख से अधिक रुपये खर्च कर 30 मॉडलर टॉयलेट का निर्माम किया गया था. लेकिन आज इन टॉयलेट की स्थिति बदहाल हो गयी है.इन 30 मॉडलर टॉयलेट के अच्छी रख रखाव नहीं होने के कारण सभी की स्थिती खराब हो गयी. लोग इस टॉयलेट का उपयोग तक नहीं कर रहे. अब सवाल यह उठता है कि जनता के पैसे से बने इस टॉयलेट की स्थिती किसके कारण ऐसी हो गयी है.
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आज यही टॉयलेट राहगीरों के लिए मुसीबत बन गयी है
जब लगातार के रिपोर्ट ने सभी मॉडल टॉयलेट की जायजा लिया तो पता चला कि कई टॉयलेट से पानी की टंकी गायब है, तो कइके के दरवाजे टूटे है, तो कुछ टॉयलेट साफ सफाई के अभाव में बेकार हो गये है. टॉयलेट में उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण राहगीर यहां आने से बचते है. एक सालो के अंदर राहगीरों के लिए बनी यह योजना आज उन्ही के लिए मुसीबत बन गई है. टॉयलेट की इस स्थिति को देखते हुए स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है. लोगों का कहना है कि नगर परिषद के अधिकारी की उदासीन रवैया के कारण शौचालयों की स्तिथि बद से बत्तर हो गयी है.
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