Ranchi: झारखंड के नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) की की इंजीनियरिंग पर सवाल उठाये हैं. रांची-हजारीबाग एनएच पर रामगढ़ के चुटुपालू में हुए भीषण सड़क हादसे के बाद उन्होंने बयान दिया कि सड़कों की खराब इंजीनियरिंग के कारण हादसे होते हैं. केंद्र सरकार की एजेंसी एनएचएआई ने इस सड़क का निर्माण किया है. अपने बयान से बाउरी ने अपनी ही भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है. उन्होंने कहा कि सड़क हादसों के बाद संवेदना संदेशों और छोटी मुआवजा राशि देकर इतिश्री नहीं की जानी चाहिए, बल्कि हादसों को रोकने के लिए ठोस रूपरेखा बननी चाहिए. इसके लिए यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि सड़कों को दोषपूर्ण डिजाइन से मुक्ति मिले.
बाउरी ने झारखंड में सड़क हादसों में इजाफे का आंकड़ा देते हुए कहा कि 80 फीसदी हादसों में 18 साल या इससे कम उम्र के किशोरों की मौत हुई हैं. राज्य में 2021 के दौरान 4,728 सड़क दुर्घटनाओं में 3,513 लोगों की जान गई. जबकि 3,227 घायल हो गए. वहीं दूसरी ओर 2022 के दौरान राज्य भर में 5,174 सड़क दुर्घटनाएं हुईं. इनमें 3,898 लोगों की मौत हो गई और 3,745 घायल हुए हैं. 2021 की तुलना में 2022 के दौरान सड़क दुर्घटनाएं 449 (9.50%) अधिक हुईं. इसी प्रकार मौत के मामले 387 (11.02%) बढ़ गए. वहीं घायलों की संख्या भी 519 (16.08%) अधिक रिपोर्ट हुई है. परिवहन विभाग के अंतर्गत सड़क सुरक्षा की रिपोर्ट के मुताबिक 2022 के दौरान 45 फीसदी हादसों में दोपहिया वाहन शामिल थे. वहीं कार, जीप, वैन, टैक्सी से 13 प्रतिशत और ट्रक, लॉरी से 12 फीसदी सड़क हादसे रिपोर्ट किए गए हैं.