Saurav Singh
Ranchi : रांची पुलिस इन दिनों एक्शन में दिख रही है. पिछले छह महीने की बात करें तो, एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के नेतृत्व में रांची पुलिस की टीम ने एक के बाद एक कई कार्रवाई की है. जिसमें पुलिस के लिए चुनौती बने कई मोस्टवांटेड अपराधी और उग्रवादी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं कई अपराधी और नक्सली पुलिस की दबिश से परेशान हैं.
जिसका नतीजा है कि भाकपा माओवादी के पांच लाख के इनामी बोयदा पाहन ने अपने तीन सहयोगियों के साथ रांची पुलिस के समक्ष हथियार के साथ आत्मसमर्पण कर दिया. इसके अलावा पीएलएफआइ के दो लाख के इनामी उग्रवादी पुनई उरांव को एनकाउंटर में मार गिराया. रांची पुलिस ने जिन मोस्ट वांटेड अपराधी और उग्रवादी को गिरफ्तार किया, उसमें अमन साहू, दिनेश खेरवार, कृष्णा यादव उर्फ सुल्तान, पहाड़ी उर्फ रमेश महतो, परमेश्वर गोप शामिल है.
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10 महीने में पकड़े 2272 अपराधी समेत 54 नक्सली
राजधानी में हर दिन आठ अपराधियों को पुलिस गिरफ्तार कर रही है. पिछले 10 महीने यानी इस वर्ष जनवरी से लेकर अक्टूबर तक रांची पुलिस ने 2272 अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इस दौरान रांची पुलिस ने अपराधी अमन साहू सहित कई अन्य को भी पकड़ा है. वहीं दूसरी तरह रांची पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अलग- अलग नक्सली संगठन के 54 नक्सलियों को भी गिरफ्तार किया है. गौरतलब है कि हाल के महीने में रांची पुलिस ने आर्म्स और एक्सप्लोसिव तस्करों पर नकेल कस रखी है. रांची में गतिविधि होते ही तस्कर पकड़े जा रहे हैं.
इसके अलावा एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा की मॉनिटरिंग में तकनीकी सेल की मदद से रांची एंट्री करने वाले शूटर भी पकड़े गये हैं. जिससे कई हत्याओं की साजिश टल गयी है.
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जमीन विवाद में होने वाली हत्याओं में आयी कमी
राजधानी रांची में सबसे अधिक हत्याएं जमीन विवाद के कारण हुई है. लेकिन अगर पिछले चार महीने में हुई हत्याओं पर गौर किया जाये, तो वे हत्याएं जमीन विवाद नहीं बल्कि आपसी विवाद और प्रेम प्रसंग के कारण हुई है. जिस तरह से रांची में जमीन विवाद को लेकर आये दिन हत्या जैसी घटनाएं सामने आ रही थी. लेकिन पिछले 4 महीने के दौरान रांची पुलिस की ओर से जमीन विवाद को लेकर होने वाली हत्याएं काफी हद तक रूकी हैं.
अवैध कारोबार के खिलाफ रांची पुलिस सख्त
जिले में अवैध कारोबार के खिलाफ रांची पुलिस सख्त नजर आ रही है. एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के नेतृत्व में अवैध कारोबार करने में शामिल लोगों पर रांची पुलिस लगातार.. कार्रवाई कर रही है. पिछले कुछ महीनों की बात की जाये तो रांची पुलिस ने अवैध शराब के बड़े कारोबार, जुआ के बड़े अड्डे और अफीम तस्करी के बड़े मामले का भंडाफोड़ किया है.
मोस्ट अपराधी और उग्रवादी पर रांची पुलिस ने कसी नकेल
20 जुलाई: हजारीबाग के बड़कागांव थाना से 29 सितंबर 2019 को फरार हुए कुख्यात अमन साव को रांची पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
21 अगस्त: पीएलएफआइ का सबजोनल कमांडर परमेश्वर गोप को रांची पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
15 सितंबर: प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन टीपीसी का एरिया कमांडर रमेश महतो उर्फ पहाड़ी रांची व चतरा जिला पुलिस के संयुक्त अभियान में धरदबोचा गया था.
12 अक्टूबर: भाकपा-माओवादी के सबजोनल कमांडर बोयदा पाहन ने अपने तीन सहयोगियों के साथ रांची में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था.
03 दिसंबर: पीलएफआइ के एरिया कमांडर तुलसी पाहन सहित पांच को रांची पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
04 दिसंबर: पीएलएफआइ के सबजोनल कमांडर कृष्णा यादव उर्फ सुल्तानजी को रांची पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
16 दिसंबर: पीएलएफआइ से अलग होकर मख्यार ग्रुप नाम के उग्रवादी संगठन बनाने वाला सुप्रीमो दिनेश खेरवार, उर्फ राजा उर्फ दीना को रांची पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
22 दिसंबर: रांची पुलिस ने दो लाख के इनामी पीएलएफआइ उग्रवादी पुनई उरांव को एनकाउंटर में मार गिराया.
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