NewDelhi/ Patna : जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और नीतीश कुमार के कभी करीबी रहे आरसीपी सिंह आज गुरुवार को बीजेपी में शामिल हो गये. उन्होंने दिल्ली स्थित बीजेपी ऑफिस में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. इस दौरान भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह और राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी भी मौजूद रहे. आरसीपी सिंह ने अगस्त 2022 में जेडीयू से इस्तीफा दे दिया था. तब से कयास लगाया जा रहा था कि वो बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. आज इस बात पर मुहर लग गयी. (पढ़ें, केजरीवाल ने कहा, SC का फैसला देशभर में राज्य सरकारों को अपदस्थ करने के अभियान पर जोरदार तमाचा)
दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री और जदयू(JDU) नेता आर.सी.पी. सिंह केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए। pic.twitter.com/T5NbeuOTRp
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 11, 2023
नीतीश कुमार को कुर्सी से है प्यार
भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद आरसीपी सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं. उन्हें जरा सोचना चाहिए कि देश कहां से कहां चला गया और बिहार कहां है. उन्हें ‘C’ शब्द से बड़ा प्यार है, सी से चेयर होता है. इसलिए कुर्सी के मोह में सारा काम कर रहे हैं. आगे कहा कि नीतीश कुमार को सब PM कहते हैं. मैंने भी उन्हें कहा कि आप PM थे, PM हैं और PM रहेंगे. पीएम मतलब पल्टीमार. उन्होंने कितनी बार विश्वासघात किया है.
#WATCH नीतीश कुमार को सब PM कहते हैं। मैंने भी उन्हें कहा कि आप PM थे, PM हैं और PM रहेंगे। पीएम मतलब पल्टीमार। उन्होंने कितनी बार विश्वासघात किया है: भाजपा नेता आर.सी.पी. सिंह, दिल्ली pic.twitter.com/iz7SslfGG5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 11, 2023
जदयू ने पार्टी में रहकर भाजपा के लिए काम करने का लगाया था आरोप
आरसीपी सिंह ने अपने इस्तीफे की घोषणा के दौरान कहा था कि वह भाजपा में औपचारिक तौर पर शामिल होने समेत सभी विकल्प खुले रखे हैं. उन्होंने यह भी कहा था कि जेडीयू में कुछ नहीं बचा है. वो अब डूबता हुआ जहाज है. हमसे चिढ़ है, तो हमसे निपटो, हमारे पास विकल्प खुले हुए हैं. कहा था कि मुझ पर अकूत संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया गया. यह उनकी छवि को बदनाम करने की कोशिश थी. बता दें कि जदयू ने आरसीपी सिंह पर पार्टी में रहकर भाजपा के लिए काम करने का आरोप लगाया गया था.
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राज्यसभा नहीं भेजने से नाराज चल रहे थे आरसीपी सिंह
नीतीश कुमार के बाद जेडीयू में आरसीपी सिंह की दूसरे नंबर की हैसियत थी, लेकिन मोदी कैबिनेट का हिस्सा बनने के बाद उनके रिश्ते में दरार आने लगी. आरसीपी सिंह को तीसरी बार जेडीयू से राज्यसभा पहुंचने का मौका नहीं मिला था. जिससे उन्हें मोदी कैबिनेट छोड़ना पड़ा था. आरसीपी सिंह राज्यसभा नहीं भेजने से नाराज चल रहे थे. ऐसे में उन्होंने जेडीयू से इस्तीफा दे दिया था.
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कुछ दिन पहले अजय आलोक ने थामा था बीजेपी का दामन
बता दें कि 28 अप्रैल को जदयू के पूर्व प्रवक्ता डॉ. अजय आलोक ने भी बीजेपी का दामन थामा था. डॉ. अजय आलोक को दिल्ली में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बीजेपी की सदस्यता दिलायी थी. इससे भी सीएम नीतीश कुमार को बड़ा झटका लगा था. क्योंकि वे मुख्यमंत्री के करीबी माने जाते थे.
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