LagatarDesk : महंगाई से जूझ रहे लोगों के लिए थोड़ी राहत भरी खबर है. थोक महंगाई दर के बाद खुदरा महंगाई दर भी घटी है. अक्टबूर में खुदरा महंगाई दर 3 महीने के निचले स्तर 6.77 फीसदी पर आ गयी. इससे पहले सितंबर में महंगाई दर 7.41 फीसदी रही थी. हालांकि अक्टूबर 2021 में खुदरा महंगाई दर 4.48 फीसदी रही थी. इस तरह पिछले साल की तुलना में महंगाई दर 2.29 फीसदी अधिक है. वहीं सिंतबर माह की तुलना में महंगाई दर 0.64 फीसदी घटी है. सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय (MoSPI) ने आंकड़ा जारी किया है. यह आंकड़ा कंज्यूमर प्राइस इंडेस्क यानी सीपीआई के आधार पर जारी किया गया है. (पढ़ें, झारखंड राज्य समन्वय समिति का गठन, शिबू सोरेन होंगे अध्यक्ष, हर माह होगी बैठक)
खाने-पीने की चीजों के दाम घटने के कारण महंगाई दर घटी
खाद्य पदार्थों की कीमतों में नरमी के कारण खुदरा महंगाई दर में गिरावट देखी गयी है. यह लगातार दसवां महीना है, जब खुदरा महंगाई दर रिजर्व बैंक के अनुमान से अधिक है. अक्टूबर के लिए खाने की चीजों की महंगाई 7.01 फीसदी रही है, जो पिछले महीने 8.6 फीसदी पर थी. MoSPI के आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले सितंबर में खुदरा महंगाई दर 7.41 फीसदी रही थी. वहीं अगस्त में यह 7 फीसदी रही थी. जुलाई में खुदरा मबंहाई दर 6.71 फीसदी, जून में 7.01 फीसदी, मई में 7.04 फीसदी और अप्रैल में 7.79 फीसदी रही थी.
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क्या है CPI आधारित महंगाई?
बता दें कि जब हम महंगाई दर की बात करते हैं, तो यहां हम कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) पर आधारित महंगाई की बात कर रहे हैं. सीपीआई सामान और सेवाओं की खुदरा कीमतों में बदलाव को ट्रैक करती है, जिन्हें परिवार अपने रोजाना के इस्तेमाल के लिए खरीदते हैं. महंगाई को मापने के लिए, हम अनुमान लगाते हैं कि पिछले साल की समान अवधि के दौरान सीपीआई में कितने फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. आरबीआई अर्थव्यवस्था में कीमतों में स्थिरता रखने के लिए इस आंकड़े पर नजर रखता है. सीपीआई में एक विशेष कमोडिटी के लिए रिटेल कीमतों को देखा जाता है. इन्हें ग्रामीण, शहरी और पूरे भारत के स्तर पर देखा जाता है. एक समयावधि के अंदर प्राइस इंडेक्स में बदलाव को सीपीआई आधारित महंगाई या खुदरा महंगाई कहा जाता है.
19 माह में पहली बार थोक महंगाई दर 10 फीसदी से नीचे आयी
बता दें कि खुदरा महंगाई दर से पहले सरकार ने थोक महंगाई दर का आंकड़ा जारी किया था. अक्टूबर में थोक महंगाई दर 8.39 प्रतिशत रही, जो सितंबर में 10.7 प्रतिशत पर थी. सितंबर महीने में थोक महंगाई जहां डबल डिजिट में रही थी. वहीं अक्टूबर में महंगाई दर घटकर सिंगल डिजिट में आ गयी है. 19 महीने में पहली बार थोक महंगाई दर 10 फीसदी से नीचे आयी है.
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