Chaibasa : शनिवार को चाईबासा के हो महासभा कार्यालय में राष्ट्रीय स्तर पर युवा महोत्सव सह दियुरी सम्मेलन कार्यक्रम का शुभांरभ हुआ. इसमें विभिन्न राज्यों के हो समाज के दियुरी एवं प्रतिनिधि शामिल हुए. जिसमें ओड़िशा, छत्तीसगढ़, बंगाल समेत अन्य राज्य के प्रतिनिधि शामिल थे. इस दौरान अपने रीति-रिवाज, परंपरागत त्योहार और सामाजिक दस्तुर पर संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया. दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिनिधियों द्वारा भाषा को बेहतर व अपने रीति-रिवाज, परंपरा को बरकरार रखने का संकल्प लिया गया. आदिवासी हो समाज युवा महासभा के प्रमुख पदाधिकारियों ने सभी का स्वागत पारंपरिक तरीके से किया. कार्यकारी केंद्रीय अध्यक्ष डॉ बबलू सूंडी के नेतृत्व में स्वागत किया गया.
देषाउलि बोंगा-बुरू के साथ शुरू हुआ कार्यक्रम
कार्यक्रम का शुभारंभ प्राकृतिक आस्था स्थल देषाउलि बोंगा-बुरू के साथ की गई. कार्यक्रम के माध्यम से मगे पर्व, बह पर्व, हेरो पर्व एवं जोमनामा पर्व के अलावा कोलोम ओटाणि, हेर मूउटु ,तृतीय मूउटु, हेर करसा इत्यादि के बारे में सांस्कृतिक एवं धार्मिक विशेषताओं पर संवाद हुआ. पारंपरिक विधि-विधान के साथ-साथ भाषा-सभ्यता, कला-संस्कृति, पहचान एवं धरोहर की सुरक्षा एवं संरक्षण हेतु समाज के युवा पीढ़ी को जगाया गया. सामाजिक और धार्मिक रूप से भटके हुए लोगों को समाज की मुख्यधारा में वापस लाने के लिए रणनीति बनाई गई. कार्यक्रम में समाज के सभी वर्गों को खुला निमंत्रण दिया गया था. दियुरी एवं मानकी-मुंडा, डाकुवा को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया.
कल हो युवा महासभा का होगा चुनाव
दो दिवसीय सम्मेलन में रविवार को अंतिम दिन आदिवासी हो युवा महासभा जिला कमेटी का चुनाव भी होगा. जिसमें समाज के कार्यकर्ता व पदाधिकारी शामिल होंगे. हो महासभा के जिला अध्यक्ष गब्बर सिंह हेंब्रम ने कहा कि सामाजिक व्यवस्था को समाज में जागरूकता एवं मजबूत बनाने को लेकर दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया है. 31 अक्टूबर को आदिवासी हो समाज युवा महासभा, केंद्रीय कमिटी के पुनर्गठन के लिए विधिवत चुनाव व चयन होगा. इसके लिए आदिवासी हो समाज महासभा की नियमावली एवं विधि-उपविधि का अनुपालन किया जाएगा. समाज में बढ़ रहे आपराधिक घटनाओं का नियंत्रण, सामाजिक कुरीतियां, अंधविश्वास, नशापान एवं आंतरिक बुराइयों को मिटाने के लिए कार्यक्रम संचालन होगा तथा शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार की दिशा में समाज की भूमिका को लेकर सामूहिक चेतना जगाने का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है. इस दौरान मुख्य रूप से महासचिव इपिल सामड, जिला सचिव राम चंद्र सामड, सदस्य शंकर सिदू, ओयबन हेम्ब्रम, सिरका बानरा, प्रकाश पुरती, प्रमिला बिरूवा, अशीष तिरिया,जामदार हेम्ब्रम, सत्येन्द्र लागुरी,सत्यव्रत बिरुवा,कमलेश बिरुवा, अश्रिता बिरुआ, जगमोहन हेम्ब्रम, पर्वती हेम्ब्रम, संजीव तिरिया आदि लोग मौजूद थे.