- विज्ञापन निकालने के बाद प्रबंधन ने एक माह में इंटरव्यू लेकर 55 डॉक्टरों की चयन सूची भी जारी कर दी, यही फुर्ती थर्ड व फोर्थ ग्रेड की नियुक्ति में भी चाहिए
- रिम्स में सबसे ज्यादा थर्ड व फोर्थ ग्रेड मैनपावर की जरूरत
- स्थिति ऐसी कि चार साल में तीन बार चतुर्थ श्रेणी के लिए प्रबंधन ने निकाली रिक्तियां, एक बार भी प्रक्रिया पूरी नहीं
Ranchi : रिम्स में डॉक्टरों की कमी दूर करने की कवायद शुरू से ही तेज रही है. लेकिन बात थर्ड व फोर्थ ग्रेड स्टॉफ की नियुक्ति की आती है, तो प्रक्रिया ही शुरू नहीं होती. यदि प्रक्रिया कभी शुरू हो भी जाए, तो बीच में अटक जाती है. पिछले पांच सालों में रिम्स में थर्ड व फोर्थ ग्रेड की स्थायी नियुक्ति के लिए 500 से ज्यादा पदों पर वेकेंसी निकाली गई, लेकिन 33 लैब टेक्निशियन की स्थाई नियुक्ति के अलावा एक भी पद पर बहाली नहीं की गई. शासी परिषद की बैठक के बाद अनुबंध पर कार्यरत कर्मियों के समायोजन पर स्वीकृति बनी, लेकिन यह प्रक्रिया भी ठंडे बस्ते में चली गई.
प्रबंधन डॉक्टरों की कमी दूर करने में लगा है
बहरहाल, प्रबंधन डॉक्टरों की कमी दूर करने में लगा है. हर साल रिम्स प्रबंधन तीन वर्षों के टेन्योर पर सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों की नियुक्ति करता है. किसी भी मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर को असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए तीन साल की सीनियर रेजिडेंटशिप जरूरी है. 6 दिसंबर से 21 जनवरी तक प्रबंधन ने 20 से ज्यादा विभागों के लिए वेकेंसी निकाली थी. एक माह के भीतर नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर ली गई. 20 विभागाें के लिए 55 सीनियर रेजिडेंट व ट्यूटर का चयन भी हो चुका है. डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के बाद ये सभी रिम्स में अपना योगदान देंगे. 20 विभागों में पांच विभाग डेंटल कॉलेज के शामिल हैं.
इन विभागों में इतने सीनियर रेजिडेंट की हुई नियुक्ति
- मेडिसिन विभाग – 2
- पीडियाट्रिक विभाग – 3
- ऑर्थोपेडिक विभाग – 7
- न्यूरोसर्जरी विभाग – 1
- सर्जरी विभाग – 6
- पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग – 1
- एनेस्थेसिया विभाग – 6
- ब्लड बैंक – 1
- नेत्र राेग विभाग – 3
- टीबी एंड चेस्ट विभाग – 2
- रेडियोथेरेपी विभाग – 1
- यूरोलॉजी विभाग – 1
- लैब मेडिसिन विभाग – 1
- स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग – 6
- प्लास्टिक सर्जरी विभाग – 1
- नेफ्रोलॉजी विभाग – 2
- नियोनेटोलॉजी विभाग – 1
डेंटल के इन पांच विभागों में भी इतने एसआर की नियुक्ति
- प्रोस्थोडोंटिक्स एंड क्राउन ब्रिज – 3
- पीरियडोनटोलॉजी एंड ओरल इंम्पलांटोलॉजी – 3
- ओरल एंड मैक्सीलोफेशियल सर्जरी – 2
- पीडोडोंटिक्स एंड प्रीवेंटिव डेंटिस्ट्री – 1
- पब्लिक हेल्थ डेंटिस्ट्री एंड पीवेंटिव डेंटिस्ट्री – 1
इधर, चार साल में फोर्थ ग्रेड के लिए तीसरी बार प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन पूरी नही हो सकी
दूसरी ओर रिम्स में फोर्थ ग्रेड की नियुक्ति पर पिछले चार सालों से ग्रहण लगा हुआ है. तीन बार विज्ञापन निकालने के बाद भी रिम्स प्रबंधन ने प्रक्रिया पूरी नही की. 16 अक्टूबर 2020 को थर्ड और फोर्थ ग्रेड के 145 पद के लिए विज्ञापन निकालने के बाद रद्द कर दिया गया. इसमें आवेदन मांगने के बाद चयन सूची तक जारी करने की तिथि घोषित थी, बावजूद नियुक्ति पूरी नहीं हुई. 22 जनवरी 2022 को तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के पदों पर नियुक्ति मामले में सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने रिम्स निदेशक को फटकार लगाई थी. टिप्पणी करते हुए कोर्ट ने कहा था कि रिम्स में 80 फीसदी पद अभी भी खाली हैं. कोर्ट ने इसे जल्द भरने का निर्देश दिया था. हाईकोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा था कि थर्ड और फोर्थ ग्रेड के 300 पद से ज्यादा पद वैैकेंट हैं. जबकि 200 से ज्यादा नए पद सृजित करने के लिए सरकार के पास प्रस्ताव भेजा गया है. इधर, इन्हीं टिप्पणी के बाद रिम्स प्रबंधन ने जून 2022 में विज्ञापन संख्या 2292 और 2474 के तहत फोर्थ ग्रेड के 467 पदों के लिए विज्ञापन निकाला. लेकिन इस बार भी प्रक्रिया अधूरी रह गई.
थर्ड व फोर्थ ग्रेड स्टॉफ के लिए इतने पद पहले से है सृजित
- सफाईकर्मी – 96
- कक्ष सेवक सेविका – 75
- प्रयोगशाला अनुचर – 15
- पीऊन, दरबान, माली – 20
- वार्ड अटेंडेंट – 95
- ड्रेसर – 60
- लैब टेक्निशियन – 80
- वार्ड ब्वॉय – 75
- ओटी असिस्टेंट – 60
- रेडियोलॉजी टेक्निशियन – 60
- (इन सभी के अलावा 200 से ज्यादा पद रिक्त हैं.)
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