Ranchi: रिम्स का हॉस्टल शनिवार की रात को अखाड़ा बन गया था. 2019 बैच के कुछ छात्र सप्लीमेंट्री परीक्षा खत्म होने के बाद जश्न में डूबे थे. यह जश्न हॉस्टल नम्बर 7 में चल रहा था. इसी हॉस्टल में रहने वाले 2020 बैच के छात्रों को अपने सीनियर (2019 बैच) का जश्न नागावर गुजरा. कहा सुनी हुई और मामला मारपीट में तब्दील हो गया. शोर-शराबे के कारण हॉस्टल-7 में रहने वाले पीजी के छात्रों को पढ़ने में दिक्कत हो रही थी. गौरतलब है कि 11 सितंबर को नीट पीजी की परीक्षा है. जिसकी तैयारी में पीजी के छात्र लगे हुए थे. हंगामे के बाद पीजी के छात्रों ने 2019 बैच छात्रों को फटकार लगायी.
पुख्ता सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रैगिंग की घटना भी हुई. अपने जूनियर 2020 बैच के सामने लगी फटकार के कारण 19 बैच के छात्र असहज महसूस करने लगे. बात उनके शान पर आ गयी. यही से मामले ने तूल पकड़ लिया. रविवार को भी हॉस्टल नंबर 4 में सैकड़ों की संख्या में छात्र जुटाकर जूनियर और पीजी के छात्रों से माफी मांगने का दबाव बना रहे थे.
इसे भी पढ़ें-चांडिल : आजसू छात्र संघ नीमडीह प्रखंड के अध्यक्ष बने विद्याधर गोप व कार्यकारी अध्यक्ष आस्तिक कुमार
घटना को अंजाम देने वाले छात्रों पर होगी कड़ी कार्रवाई- डॉ विवेक कश्यप
वहीं इस पूरे घटनाक्रम पर रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप ने कहा कि शनिवार की रात को छात्रों के गुट में झड़प हुई थी. घटना की जानकारी मिलने के बाद संबंधित हॉस्टल के सुपरिटेंडेंट और अन्य लोगों को बुलाकर जानकारी ली गयी है. जिसके बाद आठ सदस्यीय जांच कमिटी का गठन किया गया है. कमिटी को 24 घंटे में जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि हॉस्टल में मादक पदार्थों का सेवन वर्जित है. जांच के बाद सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा.
जांच कमिटी में शामिल हैं ये सदस्य
डीन स्टूडेंट वेलफेयर – डॉ हीरेन बिरुआ(चेयरमैन), डॉ एनएन सिंह(डीन डेंटल), डॉ शैलेश कुमार त्रिपाठी (उपाधीक्षक रिम्स), हैदर अली (विजिलेंस ऑफिसर, रिम्स) के अलावा हॉस्टल- 2,3,4, और 7 के वार्डन शामिल हैं.
इसे भी पढ़ें-बकाया पैसा मांगने गए एजेंसी संचालक को आरकेएस कंपनी के कर्मी ने मारकर किया घायल