Satya Sharan Mishra
Ranchi: झारखंड में लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारने को लेकर झामुमो और कांग्रेस में रार ठनी हुई है. झामुमो ने उन तीन सीटों पर दावा कर दिया है, जिसपर कई सालों से कांग्रेस चुनाव लड़ती आ रही है. सिंहभूम, जमशेदपुर और लोहरदगा के झामुमो नेताओं ने अधिक विधानसभा सीटों का हवाला देकर कई महीनों से संगठन और गठबंधन पर दबाव बनाकर रखा है. इन तीनों लोकसभा सीटों को लेकर झामुमो और कांग्रेस की जिला ईकाई के नेताओं में जंग छिड़ी हुई है. कांग्रेस भी अपनी सीट छोड़ने के लिए तैयार नहीं है. कांग्रेस का कहना है कि भले ही सिंहभूम, जमशेदपुर और लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र के विधानसभा सीटों में उसका कब्जा कम है. लेकिन उसमें लोकसभा सीट निकालने का दम जरूर है. झामुमो और कांग्रेस की इसी तकरार के कारण सीट बंटवारे को लेकर पेंच फंसा हुआ है.
सिंहभूम
सिंहभूम लोकसभा सीट के अंतर्गत 6 विधानसभा सीट आते हैं. इनमें से सिर्फ एक सीट पर कांग्रेस के विधायक हैं, जबकि 5 सीटों पर झामुमो का कब्जा है. चाईबासा, मनोहरपुर, मझगांव, चक्रधरपुर और सरायकेला विधानसभा सीट 2019 में झामुमो ने जीता था. जबकि जगरनाथपुर सीट पर कांग्रेस विजयी रही थी. पांचों विधानसभा सीट के विधायक और वहां की जिला इकाई के झामुमो नेता और कार्यकर्ता सिंहभूम लोकसभा सीट पर अपनी पार्टी का प्रत्याशी चाहते हैं. यह कांग्रेस की सीटिंग सीट है और यहां से वह अबतक 6 बार लोकसभा चुनाव जीत चुकी है, इसलिए वह यहां समझौता नहीं करना चाहती.
लोहरदगा
लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत 5 विधानसभा सीट आते हैं. इनमें से तीन सीट गुमला, बिशुनपुर और सिसई में झामुमो का कब्जा है. दो विधानसभा सीट लोहरदगा और मांडर में 2019 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. झामुमो के विधायकों का कहना है कि इस लोकसभा सीट पर झामुमो की पकड़ मजबूत है और यह सीट झामुमो को ही मिलनी चाहिए, जबकि कांग्रेस यहां से 8 बार लोकसभा चुनाव जीत चुकी है. 2019 और 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस यहां भाजपा से सिर्फ एक फीसदी वोट से हारी थी. कांग्रेस को उम्मीद है कि इस बार वह आसानी यह सीट निकाल लेगी.
जमशेदपुर
जमशेदपुर लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले 6 विधानसभा सीटों में से 4 सीटों पर झामुमो का कब्जा है. जुगसलाई, घाटशिला, बहरगोड़ा और पोटका में 2019 में झामुमो चुनाव जीती थी, जबकि सिर्फ एक सीट जमशेदपुर वेस्ट पर कांग्रेस ने चुनाव जीता था, वहीं जमशेदपुर इस्ट से निर्दलीय विधायक सरयू राय जीते थे. झामुमो और कांग्रेस जमशेदपुर लोकसभा सीट से अबतक 4-4 बार चुनाव जीत चुके हैं. 2019 में झामुमो से चंपाई सोरेन ने यहां से चुनाव लड़ा था, लेकिन इस बार कांग्रेस यहां से चुनाव लड़ना चाहती है.