Ranchi : कांटाटोली के सुल्तान कॉलोनी की रहने वाली 26 साल की रुखसार की दोनों किडनी खराब हो गयी है. अब डायलिसिस ही जिंदा रहने का एकमात्र विकल्प है. किडनी ट्रांसप्लांट हो जाए तो वो अपने सपनों को साकार कर सकती है, लेकिन गरीबी आड़े आ रही है. रुखसार पढ़ने में मेधावी है. किडनी खराब होने के बावजूद भी गवर्मेंट बीएड कॉलेज से उसने अपनी पढ़ाई पूरी की है, लेकिन अब हालात उसके वश में नहीं है.
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चंदा जमा कर करवा रही है इलाज
रुखसार की छोटी बहन नीलोफर जमी ने कहा कि पिता मोहम्मद रिजवान ऑटो रिक्शा चला कर परिवार की गाड़ी खींच रहे थे. लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था. दो साल पहले पिता को ब्रेन हेमरेज हुआ. परिस्थिति ऐसी बन गई कि अब वो ऑटो नहीं चला सकते हैं. नीलोफर कहती है कि घर में दो बीमार सदस्य हैं. बहन के इलाज के लिए अब आर्थिक तंगी आड़े आ रही है.
आठ दिन तक अंजुमन अस्पताल में भर्ती रही रुखसार
नीलोफर ने कहा कि रुखसार की स्थिति बिगड़ने के बाद 15 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक अंजुमन इस्लामिया अस्पताल में भर्ती कर इलाज करवाया. इस दौरान तीन बार डायलिसिस किया गया. डॉक्टर का कहना है कि रुखसार को जिंदा रखना है तो सप्ताह में तीन बार डायलिसिस कराना पड़ेगा. उसकी दोनों किडनी सिकुड़ गयी है.
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रुखसार का रिम्स में भी हुआ इलाज
नीलोफर ने कहा कि पिछले साल रुखसार की तबीयत बिगड़ने के बाद रिम्स में एडमिट किया था. यहां मेडिसिन और नेफ्रोलॉजी विभाग के डॉक्टरों ने उसका इलाज किया. कुछ दिन दवा देने के बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया. स्थिति बिगड़ने के बाद अंजुमन अस्पताल में भर्ती कर इलाज करवाया था. फिलहाल वो अपने घर पर है.
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