Kiriburu : सारंडा के छोटानागरा पंचायत के कुम्बिया गांव के ग्रामीण पिछले साढे़ तीन माह से नदी-नालों का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं. गांव का एक मात्र सोलर चालित जलमीनार खराब खराब पड़ा हुआ है. ग्रामीणों ने पीएचडी विभाग को सूचना देकर जलमीनार को ठीक करने का कई बार आग्रह किया लेकिन उसे अबतक ठीक नहीं किया गया. कुम्बिया निवासी गोनो चाम्पिया ने बताया कि हमारे गांव में लगभग तीस परिवार निवास करते हैं. सभी परिवारों के लिये एक मात्र पेयजल का सहारा उक्त जलमिनार है जो पिछले साढे़ तीन माह से खराब है. हमने जलमिनार से संबंधित विभाग के अधिकारी व ठेकेदार से इस समस्या से अवगत कराया. जिसके बाद एक कर्मचारी आया और जलमीनार का कुछ सामान ठीक करने के लिए अपने साथ ले गया. थोड़े दिन बाद उसे वापस लाकर लगाया और बताया कि इसे ठीक कर दिया गया है. जबकि सच्चाई यह है कि अभी भी जलमीनार ठीक नहीं हुआ है.
वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से पाईप लाईन तो पहुंची पर पानी नहीं
गोनो चाम्पिया ने बताया की छोटानागरा पंचायत के लिये बाईहातु गांव में बनाया गया वाटर ट्रीटमेंट प्लांट सह जलमीनार से पाईप लाईन द्वारा विभिन्न गांवों में पेयजल आपूर्ति होती है एवं हमारे गांव तक भी पाईप लाईन बिछाई गई लेकिन हमारे गांव तक पानी पहुंच नहीं पाता, जिससे स्वच्छ पेयजल नहीं मिल पाता है. तमाम परिवार पास के नदी-नालों का दूषित पानी का इस्तेमाल खाना बनाने, पीने आदि तमाम कार्यों में कर रहे हैं. इससे बीमारी का खतरा काफी बढा़ हुआ है.