Ranchi : राजधानी रांची मां सरस्वती पूजा की आराधना में लीन दिख रही है. शैक्षणिक संस्थानों, विभिन्न चौराहों, गलियों और मोहल्लों में मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित कई है. आकर्षक लाइट्स, सजावट और धार्मिक संगीत से वातावरण भक्तिमय हो गया है. सरस्वती पूजा को लेकर छोटे बच्चों से लेकर युवाओं और बुजुर्गों में उत्साह दिख रहा है.
इसे भी पढ़ें- रांची में मां सरस्वती का एकमात्र मंदिर, यहां लगते हैं एक साथ 3 नारे, नारों का महत्व जानें
कब और क्यों होती है सरस्वती पूजा
माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी कहते हैं. इसी दिन सरस्वती पूजा होती है. इस दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती की आराधना की जाती है.पौराणिक कथाओं के अनुसार, सृष्टि की रचना होने के बाद सभी जीव पृथ्वी पर वास कर रहे थे, लेकिन चारों ओर सन्नाटा पसरा हुआ था. इस वजह से ब्रह्मा जी ने वाणी की देवी मां सरस्वती का आह्वान किया. तब मां सरस्वती प्रकट हुईं. माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को माता सरस्वती का प्रकाट्य हुआ था, उस दिन वसंत पंचमी थी. तब से इसी दिन मां सरस्वती की पूजा-अराधना की जाती है.
इसे भी पढ़ें- IND vs WI: रोहित शर्मा के साथ ईशान किशन करेंगे ओपनिंग, भारतीय कप्तान ने कहा- ज्यादा बदलाव की जरूरत नहीं