Dehradun : उत्तराखंड की राजनीति में बड़ा दखल रखने वाली कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री और प्रदेश की नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश का आज रविवार सुबह दिल्ली में हृदय गति रुकने से निधन हो गया. सात अप्रैल 1941 में जन्मी इंदिरा हृदयेश ने 80 की उम्र में दिल्ली में आज अंतिम सांस ली. खबरों के अनुसार आज सुबह की तबीयत बिगड़ी तो उन्हें संभाला नहीं जा सका और उनका निधन हो गया. इंदिरा हृदयेश एक मजबूत इरादों की महिला कहीं जाती रही हैं और उन्हें उत्तराखंड की राजनीति की आयरन लेडी भी कहा जाता था
उत्तराखण्ड राज्य की वरिष्ठ नेत्री, पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहीं, मेरी बड़ी बहन जैसी आदरणीया श्रीमती इंदिरा हृदयेश जी के निधन का दुखद समाचार मिला।
मैं उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान के श्री चरणों में प्रार्थना करता हूँ। pic.twitter.com/rQ2SOijxRn
— Tirath Singh Rawat (@TIRATHSRAWAT) June 13, 2021
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इंदिरा हृदयेश 1974 में उत्तर प्रदेश विधान परिषद में पहली बार चुनी गयीं
इंदिरा हृदयेश 1974 में उत्तर प्रदेश के विधान परिषद में पहली बार चुनी गयीं. 2000 में अंतरिम उत्तराखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनीं और प्रखरता से उत्तराखंड के मुद्दों को सदन में रखा. साल 2002 में उत्तराखंड में जब पहले विधानसभा चुनाव हुए तो हल्द्वानी से विधानसभा का चुनाव जीतीं और नेता प्रतिपक्ष बन विधानसभा पहुंचीं.
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एनडी तिवारी सरकार में इंदिरा का बोलबाला था
एनडी तिवारी सरकार में इंदिरा का इतना बोलबाला था कि कि उन्हें सुपर मुख्यमंत्री तक कहा जाता था उस समय तिवारी सरकार में ये प्रचलित था कि इंदिरा जो कह दें वह पत्थर की लकीर हुआ करती थी. 2007 से 12 के टर्न में इंदिरा हृदयेश चुनाव नहीं जीत सकीं लेकिन 2012 में एक बार फिर वह विधानसभा चुनाव जीतीं और विजय बहुगुणा तथा हरीश रावत सरकार में वित्त मंत्री व संसदीय कार्य समेत कई महत्वपूर्ण विभाग इंदिरा हृदयेश ने देखें. 2017 के विधानसभा चुनाव में इंदिरा ह्रदयेश एक बार फिर हल्द्वानी से जीतकर पहुंचीं.कांग्रेस विपक्ष में बैठी तो नेता प्रतिपक्ष के रूप में इंदिरा ह्रदयेश को पार्टी का नेतृत्व करने का मौका मिला
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मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, मायावती ने जताया शोक
इंदिरा के निधन पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शोक जताया. उन्होंने ट्वीट किया कि मेरी बड़ी बहन जैसी आदरणीया इंदिरा हृदयेश जी के निधन का दुखद समाचार मिला. उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी इंदिरा के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि यूपी और फिर उत्तराखंड की राजनीति में लंबे समय तक अति-सक्रिय व अहम भूमिका निभाने वाली उत्तराखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश के आज निधन की खबर अति-दुःखद है. उनके परिवार व समर्थकों के प्रति मेरी गहरी संवेदना. कुदरत उन सबको इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे.