NewDelhi : सेंसेक्स ने शुक्रवार को 60 हजार अंक की नयी ऊंचाई छू ली. जानकारों का कहना है कि जिस तेजी से सेंसेक्स पिछले नौ माह में बढ़ा है. उससे लग रहा है कि कुछ ही वर्षों में यह एक लाख अंक के स्तर को भी पार कर सकता है. इस मामले में आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि भारतीय शेयर बाजार की तेजी उनकी समझ से परे है. अंदेशा जताया कि इसमें कभी भी बड़ी गिरावट आ सकती है. बता दें कि उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला शेयर बाजार की तेजी को जल्द फटने वाले बुलबुला बता चुके हैं.
मझौली और छोटी कंपनियों के निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत
मोतीलाल ओसवाल फाइनेशियल सर्विसेस लिमिटेड के शोध प्रमुख गौतम दुग्गल ने कहा कि वर्तमान स्थिति में मझौली और छोटी कंपनियों के निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है. एचडीएफसी सेक्युरिटीज के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी धीरज रेल्ली ने कहा कि पिछले 18 महीने में शेयर बाजार में 10 फीसदी का करेक्शन नहीं देखा गया है, जिससे अब स्थानीय निवेशकों की परिपक्वता का पता चलता है. हालांकि कहा कि अगले कुछ सप्ताह में तीव्र करेक्शन से इनकार नहीं किया जा सकता है.
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भारतीय अर्थव्यवस्था पर घरेलू और विदेशी निवेशकों का भरोसा बढ़ा
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था पर घरेलू और विदेशी निवेशकों का भरोसा बढ़ा है. कोरोना काल में छोटे निवेशक भी शेयर बाजार की ओर आये हैं. शुक्रवार को एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस और एशियन पेंट्स की अगुवाई में ऐतिहासिक स्तर को पार किया. सेंसेक्स के शेयरों में करीब 4 प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में एशियन पेंट्स रहा. इसके अलावा महिंद्रा एंड महिंद्रा, एचसीएल टेक, एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, मारुति और इन्फोसिस में भी प्रमुख रूप से तेजी रही.
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ब्रेंट क्रूड 77.43 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया
दूसरी तरफ, गिरावट वाले शेयरों में टाटा स्टील, एसबीआई, एक्सिस बैंक, आईटीसी, एनटीपीसी और बजाज फाइनेंस शामिल हैं. कोटक सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘बाजार में तेजी को सामान्य रूप से घरेलू संस्थागत निवेशकों से समर्थन मिला. लेकिन अब विदेशी संस्थागत निवेशक भी बाजार को आगे बढ़ा रहे हैं. उन्होंने कहा कि आने वाले महीनों में कंपनियों के तिमाही परिणाम भी बाजार को गति देंगे. एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, सियोल और हांगकांग नुकसान में रहें जबकि तोक्यो में तेजी रही. यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर कारोबार में गिरावट का रुख रहा. इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.23 प्रतिशत मजबूत होकर 77.43 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया.
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आईपीओ की धूम रही
सेबी के आंकड़े के अनुसार पिछले 18 महीनों के दौरान प्रौद्योगिकी कंपनियों ने आईपीओ के जरिए लगभग 15,000 करोड़ रुपये की राशि जुटाई है, जबकि लगभग 30,000 करोड़ रुपये और जुटाने की योजना है. उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में अब तक आईपीओ के जरिए जुटाई गयी धनराशि पूरे वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान जुटाई गई राशि के बराबर है, जो 46,000 करोड़ रुपये थी.
बाजार पूंजीकरण 35 फीसदी बढ़ा
भारतीय शेयर बाजार इस साल जनवरी से अब तक 25 फीसदी से अधिक रिटर्न दे चुका है. निवेशकों की कमाई बढ़ने के साथ शेयर बाजार का भी पूंजीकरण तेजी से बढ़ा है. जनवरी से अब तक भारतीय शेयर बाजार का पूंजीकरण 873 अरब डॉलर बढ़कर तीन खरब डॉलर को पार चुका है. ऐसे में पूंजीकरण में 35 फीसदी से अधिक का इजाफा हुआ है. पिछले साल मार्च के न्यूनतम स्तर से बाजार का पूंजीकरण दो खरब डॉलर बढ़ा है.