Seraikela(Bhagya sagar singh) : सरायकेला बाजार एवं ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों मवेशी चोरों की सक्रियता से शौकिया पशुपालक सहित पशुपालक किसानों में परेशानी बढ़ गयी है. पहले जहां पशु चराने हेतु चरवाहों के हवाले पशु किये जाते थे अब पशुओं की चौकीदारी की जाने लगी है. बाजार क्षेत्र में कुछ डेयरी का व्यवसाय करने वालों के अलावे भी अनेक लोग ऐसे हैं जो दूध के लिये शौकिया तौर पर गाय पालते हैं. ऐसे अधिकांश पशु बाजार क्षेत्र में ही रात को भी रह जाते हैं. पशु चोरी हो जाने के कई दिनों बाद ही पशुपालक को जानकारी मिलती है.
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मवेशियों को लेकर लोग बरत रहे है सतर्कता
इधर कुछ दिनों से ग्रामीण क्षेत्र से भी गायें एवं बकरियां चोरी होने की घटनाओं में बढोत्तरी होने लगी है. सदर थाना क्षेत्र के पांडरा गांव के एक दूध व्यवसाय करने वाले के गोहाल से चोरों ने उसकी एक गाय चोरी हो गयी है. इसके पूर्व भी कुछ गांवों से बकरे एवं गाय बैलों की अलग अलग क्षेत्रों से चोरी की घटनाएं हो रही हैं. अब अपने मवेशियों को लेकर लोग सतर्कता बरतने लगे हैं. धान की फसल काटने के साथ ही पशुओं को खुला चरने को छोड़ दिया जाता है, सन्ध्या समय वे स्वयं घर आ जाते हैं. लेकिन अब गांवों में भी पशुओं पर नजर रखने हेतु पशुओं की चौकीदारी की जाने लगी है. ग्रामीणों के अनुसार ठंढ के दिनों में रात को अधिक समय तक लोग घरों से बाहर नहीं रहते इसलिये पशु चोरी की घटनाओं में बढोत्तरी होती है. उन्हें संदेह है कि पशु तस्कर स्थानीय कुछ लोगों से मिली भगत कर पशुओं की चोरी कर रहे हैं.
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