Saraikela : जिला में किसानों से धान की खरीद डेढ़ सप्ताह से बंद है. इसका कारण धान रखने की जगह नहीं होना बताया जा रहा है. धान की खरीद नहीं होने से किसानों को काफी परेशानी हो रही है. छोटे-मोटे किसानों से जगह के अनुसार धान लिया जा रहा है, परंतु बड़े पैमाने पर धान बिक्री के लिए लाने पर किसानों से धान नहीं खरीदा जा रहा है. सरायकेला प्रखंड में दो जगह धान खरीद केंद्र बनाया गया है, जिसमें सीनी लैंपस व सरायकेला प्रखंड परिसर को धान खरीद केंद्र बनाया गया है. दोनों जगह के गोदाम पूरी तरह भर गए हैं. धान रखने की जगह नही होने के कारण धान खरीद नही की जा रही है. किसानों ने बताया कि धान बिक्री करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस बार लगातार बारिश होने से धान के फसल नष्ट हो गए हैं अब जब बिक्री करने की बारी आयी तो सरकारी स्तर से खरीद नहीं हो रही है. किसान जयप्रकाश सिंहदेव ने बताया कि इस बार किसानों को दोहरी मार का सामना करना पड़ रहा है. प्रत्येक सप्ताह बारिश ने जहां पहले ही किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है. अब धान की खरीद बंद होने से किसान और परेशान हैं. वे मजबूर होकर औने-पौने दाम पर बेचने पर मजबूर हैं.
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इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार से पूछे जाने पर बताया कि गोदाम फुल रहने के कारण धान की खरीद नही हो पा रही है. इसके लिए विभागीय पदाधिकारीयों को अवगत करा दिया गया है. साथ ही मिलरों को भी जल्द उठाव करने को निर्देश दिया गया है. सरायकेला-खरसावां के डीसी अरवा राजकमल ने कहा कि गोदाम फुल होने के कारण धान की खरीद नहीं होने की जानकारी मिली है. मिलरों को अविलंब उठाव करने का निर्देश दिया गया है. अगल-बगल के सुरक्षित सरकारी भवन में धान की खरीद शुरू करने के लिए सभी प्रखंड के बीडीओ को निर्देश दिया गया है. इस सप्ताह के आंत तक धान की खरीद शुरू हो जाएगी, ताकि किसानों को अपने धान बेचने में परेशानी नहीं हो.