Seraikela(Bhagya sagar singh) : बाजार में निरन्तर मंहगाई का ग्राफ ऊपर उठता जा रहा है लेकिन जब आटा -दाल- चावल के साथ साथ आलू एवं हरी सब्जियां भी मंहगी हो जाती हैं तो आम ग्राहकों में परेशानी बहुत बढ़ जाती है. विगत लगभग दो सप्ताह से सरायकेला सब्जी बाजार में हरी सब्जियों की कीमतें कम होने से आम ग्राहकों में काफी राहत है. सब्जियों की रानी लाल टमाटर लगभग दो माह पूर्व 80 से सौ रुपये किलो बिक रहा था,जो अब 20 रुपये किलो में मिल रहा है.
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यहां किसान गोभी व टमाटर की खेती करते हैं
सब्जी बाजार में अभी केवल भिंडी और बीन्स 50 से 60 रुपये प्रति किलो है. इस क्षेत्र में अधिक बिक्री होने वाली अन्य सब्जियों में गोभी, बैगन, सीम, कुन्दरी, कोंहड़ा एवं मूली की मौजूदा कीमत 20 से 25 रुपये किलो है जो कि पहले 40 से 50 रुपये प्रति किलो बिक रही थी. मिली जानकारी अनुसार क्षेत्र में अनेक किसान गोभी एवं टमाटर की खेती करते हैं, लोकल उत्पादन बढ़ने के कारण ही सब्जियों की कीमत में गिरावट आई है. सिंचाई की व्यवस्था नहीं रहने के कारण सरायकेला क्षेत्र में अधिक सब्जी खेती नहीं होती है. यहां का सब्जी बाजार बाहर से आयातित सब्जियों पर ही निर्भर रहता है.
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सब्जी मंहगी होती है तो बिक्री घट जाती है
स्थानीय सब्जी दुकानदारों के अनुसार सन्तुलित कीमत रहने पर सब्जियों की बिक्री अधिक होती है. जिससे उन्हें भी अच्छे रोजगार के अवसर मिलते हैं. जब सब्जी मंहगी हो जाती है तो ग्राहकों से अधिक परेशानी सब्जी दुकानदारों को होती है. कीमत बढ़ने से बिक्री घट जाती है और दुकान की हरी सब्जियां दो तीन दिन के बाद ही खराब हो जाती हैं.
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