Pramod Upadhyay
Hazaribagh: शहर के प्राथिमक विद्यालयों में अजब-गजब गोरखधंधा चल रहा है. न किचेन, न चहारदीवारी और शिक्षक हाजिरी बनाकर गायब रहते हैं. वहीं रसोइया के बीमार रहने पर प्रधानाध्यापिका सह स्कूल की सचिव बच्चों का मध्याह्न भोजन बनाती हैं. यह हकीकत है हजारीबाग मरियम टोला का. शनिवार की पूर्वाह्न करीब 11.30 बजे जब ‘शुभम संदेश’ की टीम ने पड़ताल की तो हकीकत सामने आयी. पता चला कि शहर के स्कूलों का निरीक्षण पदाधिकारी नहीं करते. अगर निरीक्षण करते, तो स्कूल में यह स्थिति नहीं पायी जाती. दिलचस्प बात यह है कि डीएसई संतोष गुप्ता को भी इस नव प्राथमिक विद्यालय की जानकारी नहीं है. स्कूल की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह स्कूल कहां है?
एक शिक्षक अरविंद कुमार सिंह पिछले कई दिनों से स्कूल नहीं आते हैं और उनकी उपस्थिति बन जाती है. शनिवार को जब ‘शुभम संदेश’ को जानकारी मिली तो वहां पहुंची. स्कूल में देखा गया कि सचिव सह प्रधानाध्यापिका निर्मला तिर्की खिचड़ी बना रही थीं. एक शिक्षक गायत्री देवी क्लास में बच्चों को पढ़ा रही थीं, वहीं तीसरे शिक्षक अरविंद सिंह स्कूल से गायब थे. इसकी जानकारी निर्मला तिर्की से ली गई, तो उन्होंने बताया कि शिक्षक अरविंद कुमार दो दिन से नहीं आए हैं. वह अपनी उपस्थिति बनाकर गायब हो जाते हैं. कई बार उनको समझाया गया, पर वह मानने को तैयार नहीं हैं.
शिक्षिका ने बताया कि भोजन बनाने वाली रसोइया की तबीयत खराब है. वह घर पर है. इस वजह से बच्चे भूखे नहीं रह जाएं, उन्हें ही खाना बनाना पड़ रहा है. वह खिचड़ी और आलू का चोखा बना रही थीं. कहा कि स्कूल में दो कमरे हैं. 37 बच्चे नामांकित हैं. इनमें औसतन 28 बच्चे की उपस्थिति लगभग हर दिन होती है. इसमें सहायक शिक्षक के तौर पर तीन शिक्षक कार्यरत हैं. इनमें एक शिक्षक कांति देवी प्रतिनियुक्ति पर हैं. उपस्थिति रजिस्टर पर सभी शिक्षकों की हाजिरी बनी हुई थी.
क्या कहते हैं अभिभावक
नाम नहीं छापने की शर्त पर कई बच्चों के अभिभावकों ने बताया कि वे लोग गरीब परिवार से आते हैं. अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने की हैसियत नहीं है. इसलिए सरकारी स्कूल का सहारा लेते हैं, लेकिन शिक्षक बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं. स्कूल नहीं आते हैं, फिर भी वह उपस्थिति दर्ज करा लेते हैं. यहां तक कि बच्चों को मेन्यू के अनुसार मध्याह्न भोजन भी नहीं दिया जाता है.
क्या कहते हैं शिक्षक अरविंद कुमार
हाजिरी बनाकर स्कूल से गायब शिक्षक अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि वह बायोमीट्रिक्स सिस्टम से हाजिरी बनाते हैं. इसमें स्थान भी रिकॉर्ड रहता है. कल बीएलओ में थे. इस वजह से स्कूल में उपस्थित नहीं थे. वह हर दिन स्कूल जाते हैं. उनकी हाजिरी बनी रहती है.
क्या कहते हैं डीएसई
इस संबंध में डीएसई संतोष गुप्ता ने कहा कि कहां है स्कूल इसकी जानकारी लेते हैं. इस संबंध में बीईईओ से बात कर जांच करवाते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि 37 बच्चे पर तीन शिक्षक कैसे हैं. इसकी जांच की जाएगी. चूंकि 40 बच्चों पर एक शिक्षक बहाल किए जाने का प्रावधान है.
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