Lagatar Desk : एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने फिर से कांग्रेस पार्टी पर तंज कसा है. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस की हालत अब जमींदारों जैसी हो गयी है. वह अपनी हवेली और अपने गढ़ को ही नहीं बचा पा रही है. पूर्व में कांग्रेस का प्रभाव कश्मीर से कन्याकुमारी तक था, लेकिन अब यह दबदबा खत्म हो चुका है. कांग्रेस पार्टी को इसे अब मान लेना चाहिए. कांग्रेस को इस सच्चाई को स्वीकार करना चाहिए, क्योंकि इससे अन्य विपक्षी दलों के साथ संबंध बनाने की संभावना बढ़ जाएगी.
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कांग्रेस के सहयोगी अपने लीडरशिप पर अलग रुख अपनाने को तैयार नहीं हैं – पवार
शरद पवार ने एक अलग नजरिये से पर विचार करने की अनिच्छा के लिए कांग्रेस पार्टी की भी आलोचना की. पवार ने कहा जब नेतृत्व की बात आती है, तो कांग्रेस में मेरे सहयोगी अलग नजरिया रखने के पक्ष में नहीं हैं. पवार ने बताया कि जब ममता बनर्जी को 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए एकजुट विपक्ष का चेहरा होने की बात सामने आती है, तो कांग्रेस के लोग कहते हैं कि उनके पास राहुल गांधी हैं. पवार ने चुटकी लेते हुए कहा कि सभी दल खासकर कांग्रेस के सहयोगी अपने लीडरशिप पर अलग रुख अपनाने को तैयार नहीं हैं.
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पवार ने दिया जमींदारों का उदाहरण
कांग्रेस के संबंध में पवार ने जमींदारों का एक किस्सा सुनाया. जमींदारों ने अपनी जमीन खो दी थी और हवेली का रखरखाव भी नहीं कर पाया. पवार ने कहा,’मैंने उत्तर प्रदेश के जमींदारों के बारे में एक कहानी सुनायी थी, जिनके पास काफी जमीन और बड़ी हवेलियां हुआ करती थीं. लैंड सीलिंग ऐक्ट के कारण उनकी जमीन कम हो गयी. हवेलियां बनी रहीं, लेकिन उनके रखरखाव और मरम्मत की क्षमता जमींदारों की नहीं रही. उनकी खेती से होने वाली आय भी पहले जैसी नहीं थी. कई हजार एकड़ से सिमटकर उनकी जमीन 15-20 एकड़ रह गयी. जमींदार जब सुबह उठा, उसने आसपास के हरे-भरे खेतों को देखा और ये सारी जमीन कभी उसकी थी, लेकिन अब नहीं है.