Hazaribagh : शुभम संदेश की खबर का एक बार फिर बड़ा असर हुआ है. बिरहोरों की समस्याओं को लेकर शुभम संदेश अपने अंक में लगातार खबरें प्रकाशित करती रही है. खबरों पर जिला प्रशासन ने संज्ञान लिया है. बिरहोरों की समस्याओं को लेकर सदर एसडीओ शैलैश कुमार की अध्यक्षता में शनिवार को केरेडारी प्रखंड कार्यालय में एक अहम बैठक की गई. बैठक में बिरहोर टोला पगार को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित करने और चट्टी बरियातू कोल माइंस से संबंधित अन्य समस्याओं को दूर करने पर विचार-विमर्श किया गया.
बैठक में तय किया गया कि खाता नंबर- 436 पर बिरहोर टोला पगार को स्थानांतरित किया जाए. उक्त चिन्हित स्थल पर शीध्र ही बिरहोर परिवारों के लिए आवास, सड़क, स्कूल, पुल और पानी की व्यवस्था करने को कहा गया.
बैठक में बिरहोरों की अन्य समस्याओं को भी दूर करने का निर्णय लिया गया. साथ ही चट्टी बरियातू कोल माइंस से हो रहे प्रदूषण, विस्थापन सहित अन्य मामलों को भी उठाया गया. एसडीओ ने नियमानुसार कार्रवाई करते हुये प्रदूषण नियंत्रण और विस्थापन लाभ समेत अन्य समस्याओं को दूर करने का निर्देश एनटीपीसी को दिया गया.
दरअसल, कोयला मंत्रालय द्वारा तय समय से खनन शुरू नहीं करने और बैंक गारंटी जब्त के बाद कोल ब्लॉक आवंटन को बचाने के लिए एनटीपीसी के चट्टी बरियातू कोल परियोजना को आनन-फानन में चालू करने के लिए जिस प्रकार बिरहोर टोला के लोगों की जान को खतरे में डाला गया और दो बिरहोरों की मौत के बाद एनटीपीसी और जिला प्रशासन पर जब गंभीर सवाल उठने लगे और दोषियों को चिन्हित कर कार्रवाई की मांग किए जाने के बाद उच्चस्तरीय पत्राचार होने लगा, तो एनटीपीसी और जिला-प्रशासन एक्टिव हो गया. पहले तो बिरहोर टोला में पौष्टिक आहार खिलाने की शुरुवात हुई और अब पगार बिरहोर टोला को सुरक्षित स्थान पर पुनर्वास करने और चट्टीबरियातू कोल माइंस से संबंधित अन्य समस्याओं के समाधान के लिए प्रखंड मुख्यालय सभागार में अनुमंडल पदाधिकारी शैलैश कुमार की अध्यक्षता में शनिवार को बैठक आयोजित किया गया.
बैठक में सबसे पहले बिरहोर टोला से आये बिरहोर को वर्तमान आवास स्थल से अन्यत्र पुनर्वास करने पर विचार विमर्श के बाद खाता नंबर 436 पर बसाने को लेकर निर्णय लिया गया ।पुनर्वास के लिए उक्त चिन्न्हित स्थल पर शीध्र हीं बिरहोर आवास, सड़क, विधालय, पुल, पानी की व्यवस्था की बहाल किए जाने का निर्णय लिया गया.
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आखिर दो मौत की जिम्मेवारी तय कर कार्रवाई कब होगी ?
एनटीपीसी के चट्टी बरियातू कोल खनन स्थल के समीप आदिम जनजाति बिरहोर बस्ती को उनके हाल पर छोड़ खनन शुरू करने के बाद उसके दुष्प्रभाव से हुई दो मौत और उच्चस्तरीय कार्रवाई के लिए पत्राचार के बाद जिला-प्रशासन और एनटीपीसी के एक्टिव होने के बाद आम लोगों मे खास चर्चा है. कल तक बिरहोर बस्ती को कोई सुध नहीं लेता था. उसे परियोजना क्षेत्र से बाहर बता उनकी समस्याओं से इनकार करते थे. अब अचानक उनके प्रति इतनी सक्रियता क्यों दिखायी जा रही है. इतनी सक्रियता को लेकर लोग चर्चा कर रहे हैं की दो मौत की जिम्मेवारी तय कर दोषियों पर कब कार्रवाई होगी ? कहीं दोषियों को बचाने के लिए तो यह कवायद नहीं की जा रही है ? या कार्रवाई की मांग से ध्यान भटकाने के लिए तो यह एक्टिविटी की जा रही है. लोग प्रशासन की इस पहल की सराहना तो कर रहे हैं, लेकिन इस बात का इंतजार भी कर रहे हैं कि दोषियों को चिन्हित कर कार्रवाई कब करेगी ?
इस बैठक में सदर एसडीओ शैलेश कुमार, केरेडारी सीओ राम रतन कुमार वर्णवाल, केरेडारी बीडीओ अमित कुमार, प्रखंड प्रमुख सुनीता देवी, मुखिया झरीलाल महतो, पंचायत समिति प्रतिनिधि महेंद्र रजक, सुंदर गुप्ता, बिनोद नायक, एसपी गुप्ता, स्वांन, सोहराई डीजीएम मनोज सिन्हा, को-ऑर्डिनेटर रवि सिन्हा, अनुराग गुप्ता, अवधेश सिंह, वार्ड सदस्य प्रभु राम, बिसून बिरहोर, मालती बिरहोरिन सहित अन्य लोग उपस्थित थे.