- चोर क्यों न लगाए सेंध, जब कोई रखवाला ही नहीं हो, सीसीटीवी नाकाफी
- अपराधियों ने सीसीटीवी कैमरे की भी खोज ली है काट
- साइबर अपराधियों को भी ठगने का मिल रहा है मौका
- जागरूक व सचेत रहें, नहीं तो लुटती रहेगी गाढ़ी कमाई
Gaurav Prakash
Hazaribagh : जिले में एटीएम सिर्फ सीसीटीवी के भरोसे है. यह सीसीटीवी भी तब काम आता है, जब वारदात घटित हो चुकी होती है. बरही के बरसोत स्थित एटीएम उखाड़ कर ले जाने वाले अपराधियों ने सीसीटीवी की सुरक्षा के काट भी तलाश लिए. चोरों ने सीसीटीवी कैमरे को ही काला पेंट कर दिया, ताकि वारदात उसमें कैद ही नहीं हो पाए. वैसे भी अधिकांश बैंकों की एटीएम में सुरक्षा गार्ड की तैनाती नहीं है.
ऐसे में चोर सेंध क्यों नहीं लगाएं, जब रखवाली करनेवाला कोई मौजूद नहीं हो. एटीएम में साइबर अपराधियों को भी पनपने और गैर जागरूक ग्राहकों को ठगने का बखूबी मौका मिल रहा है. अगर ग्राहक जागरूक नहीं हों, तो उनकी गाढ़ी कमाई एटीएम से लुटती रहती है. दरअसल, एटीएम से पैसे उड़ाने की साइबर क्राइम की घटना आम बात हो गई है. जिले में अब तक तीन बार एटीएम उखाड़ कर ले जाने की घटना हो चुकी है. उसके बाद भी एटीएम की सुरक्षा के प्रति बैंक कोई खास दिलचस्पी लेता नहीं दिख रहा है. ‘शुभम संदेश’ की पड़ताल में यह सारी बात छन कर सामने आई है. इस मामले में हजारीबाग के पुलिस कप्तान नेआश्वस्त किया कि एटीएम चोरी के मामले में बहुत जल्द ही अपराधी गिरफ्तार किर लिए जाएंगे.
शहर में बिना सुरक्षा गार्ड के इन बैंकों की एटीएम
पड़ताल के दौरान एचडीएफसी, एक्सिस, इंडियन ओवरसीज, आईडीबीआई के एटीएम खुले मिले, जिसमें गार्ड मौजूद नहीं थे. एटीएम में गार्ड का नहीं होना, अपने आप में सवाल खड़ा करता है. डेबिट कार्ड के नाम पर ग्राहकों से बैंक, चार्ज भी वसूलती है. मटवारी इलाके में लगभग आधे दर्जन से अधिक एटीएम हैं. लेकिन, किसी भी एटीएम में गार्ड नहीं दिखाई दिए. बड़ा अखाड़ा चौक पर बैंक ऑफ इंडिया की एटीएम है. वहां भी गार्ड पिछले कई महीनों से नहीं है. महावीर स्थान चौक पर भी दो एटीएम है. वहां भी गार्ड नहीं मिले. कुम्हारटोली में भी एसबीआई एटीएम में सुरक्षा गार्ड नहीं देखे गए.
हर वारदात में सीसीटीवी को बनाया गया निशाना
बरही के बरसोत में 27 जुलाई को हुई एटीएम चोरी में सीसीटीवी पर ही स्प्रे कर दिया गया. सिंगरावां 17 मार्च 2022 को एसबीआई एटीएम में सीसीटीवी को ही तोड़ दिया गया था. कटकमसांडी में 4 जुलाई 2018 को एटीएम चोरी कर ली गई थी. एटीएम जंगल में पायी गई थी. उस दौरान भी सीसीटीवी तोड़ दिया गया था.12 अक्तूबर 2018 को इचाक मोड़ में भी एसबीआई एटीएम चोरी हुई थी. उस घटना में भी सीसीटीवी तोड़ा गया था. ऐसे में यह स्पष्ट होता है कि अपराधी सबसे पहले सीसीटीवी को ही अपना निशाना बनाते हैं. इतनी घटनाओं के बावजूद बैंक प्रशासन एटीएम सुरक्षा को लेकर संजीदा नहीं है.
पेट्रोलिंग के दौरान विशेष रूप से एटीएम पर नजर रखती जाती है. समय-समय पर बैंक को हिदायत भी दी जाती है कि वह सुरक्षा मानक पूरा रखें. सीसीटीवी कैमरे को भी दुरुस्त रखने कहा जाता है. चूंकि हर एटीएम पर पुलिसकर्मी सुरक्षा नहीं दे सकते हैं. बैंक को भी चाहिए कि गार्ड की तैनाती एटीएम पर अवश्य कराएं. मनोज रतन चोथे, एसपी, हजारीबाग।