सरकारी राजस्व के नाम लोगों से वसूली जाती है रकम
हर काम के लिए बंधा है चढ़ावा, गोपनीय कक्ष में भी पहुंचते हैं एजेंट
Pramod Upadhyay
Hazaribagh : हजारीबाग के पुराना समाहरणालय स्थित रजिस्ट्री ऑफिस में सोमवार को ‘शुभम संदेश’ ने स्टिंग ऑपरेशन किया. दरअसल काफी दिनों से यह शिकायत मिल रही थी कि जमीन का रिकॉर्ड देखने के लिए अवैध तरीके से पैसे लिए जाते हैं. जब ‘शुभम संदेश’ का संवाददाता वहां पहुंचा, तो एक कर्मी रिश्वत के रुपए छिपा नहीं पाया था. वहां जमीन का रिकॉर्ड देखने के लिए तुरंत सौदा हुआ था. उसके हाथ में रिश्वत के 400 रुपए पड़े थे, जिसे ‘शुभम संदेश’ ने अपने कैमरे में कैद कर लिया. दरअसल सरकारी राजस्व के नाम पर लोगों से रकम वसूली जाती है. हर काम के लिए यहां चढ़ावा देना होता है. यहां तक कि गोपनीय कक्ष में भी एजेंट या रिकॉर्ड देखनेवाले संबंधित व्यक्ति पहुंचते हैं. बस उनके पॉकेट गर्म होने चाहिए.
ऐसा खुला मामला
बरकट्ठा के प्रयाग कुमार एक जमीन का रिकॉर्ड देखने के लिए वहां पहुंचे. उनके साथ 12 साल का रिकॉर्ड देखने का सौदा संबंधित कर्मी के साथ तय हुआ. कुल मिलाकर उनसे 2400 रुपए लिए गए. उन्होंने बताया कि सोमवार को दो साल का रिकॉर्ड देखने के लिए 400 रुपए लिए गए. वहीं नोट रिकॉर्ड रूम का कर्मी अपने हाथ में रखा था, जिसे ‘शुभम संदेश’ ने अपने कैमरे में कैद कर लिया. पूछे जाने पर कर्मी इधर-उधर की गोल-मटोल कहानी सुना, बातों को टालने लगा.
यहां हर चीज के लिए अलग से तय है रकम
रिकॉर्ड रूम में हर चीज के लिए अलग से रकम तय है. जमीन का रिकॉर्ड देखने, नकल निकालने, कंप्यूटर से काम कराने हर चीज के लिए फीस के अतिरिक्त पैसे देने पड़ते हैं. अगर नकल निकालने के लिए 200 रुपए फीस है, तो उसके लिए व्यक्ति को ढाई या तीन सौ रुपए देने पड़ते हैं. कंप्यूटर पर अगर कोई काम कराने के 100 रुपए खर्च हैं, तो उसकी जगह जीएसटी के नाम पर डेढ़ सौ रुपए लिए जाते हैं.
क्या कहते हैं रिकॉर्ड रूम के प्रभारी
रिकॉर्ड रूम के प्रभारी दीपक दूबे कहते हैं कि यहां रिकॉर्ड रूम में किसी भी अजनबी या बाहरी का प्रवेश वर्जित है. अगर बाहरी व्यक्ति को रिकॉर्ड रूम में ले जाया जाता है, तो यह प्रावधान के खिलाफ है. यहां किसी जमीन की नकल निकालने के लिए सरकार की ओर से 200 रुपए शुल्क निर्धारित है. फिर उसके साथ जितने कागज लगेंगे, फोटो स्टेट में होनेवाला खर्च रिकॉर्ड लेनेवाले व्यक्ति को ही वहन करना होगा. अगर कोई कर्मी इसके अतिरिक्त पैसे लेता है, तो वह गलत है.
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