Dhanbad : रक्षाबंधन और स्वतंत्रता दिवस के कारण मिठाई कारोबारियों की चांदी है. मिठाई की दुकानों पर 11 तारीख की शाम से ही खरीदारों की लाइन लगी है. आने वाले चार दिनों में तीन खास अवसर हैं और तीनों मिठाई के बिना अधूरी हैं. मिठाई कारोबारियों का कहना है कि दो साल बाद यह दिन आया है. कोरोना के कारण हालत खराब हो गई थी. रक्षाबंधन, तिरंगा यात्रा और स्वतंत्रता दिवस को लेकर मिठाई व्यवसायियों ने तरह-तरह की मिठाई बनाई हैं और जमकर खरीदारी भी हो रही है. छेना पाइस, काजू बर्फी, गुलाब जामुन, बूंदी के लड्डू, चमचम, नारियल लड्डू में वेराइटी हैं.
हीरापुर के मिठाई व्यवसायी सतेंदर साव ने बताया कि कोरोना काल में मिठाई व्यवसायियों की स्थिति दयनीय हो गई थी. लेकिन, यह साल बेहतर है. कोरोना काल के बाद अब मार्केट की स्थिति अच्छी है. मिठाई की बिक्री बढ़ गई है. खपत से तीन गुना अधिक मिठाई बना रखी है. उन्होंने बताया कि लड्डू और काजू बर्फी की डिमांड है. बाजार में मावे की मिठाई के दाम 360 से 500 रुपए, ड्रायफ्रूट मिठाई के दाम 700 से 1200 रुपए और दूध व बंगाली मिठाई 400 से 600 रुपए किलो बिक रही है.
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