Simdega / Kolebira : कत्थक नृत्य कभी उत्तर भारत का नृत्य हुआ करता था. अब झारखंड की छोटानागपुर की बच्चियां नागपुरिया संस्कृति के अलावा कत्थक नृत्य सीख रही हैं. झारखंड में इसका जलवा बिखेरेंगी. इसे लेकर सिमडेगा जिले के कोलेबिरा प्रखंड स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में मंगलवार संगीत शिक्षिका इंदिरा मिश्रा के नेतृत्व में छात्राओं को कत्थक का प्रशिक्षण दिया गया. रांची से आये ट्रेनर आरती रानी महतो ने उन्हें ट्रेनिंग दी.
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अपनी संस्कृति से जुड़ने की जरूरत- इंदिरा मिश्रा
इस मौके पर संगीत शिक्षिका इंदिरा मिश्रा ने बताया कि विद्यालय में कार्यशाला का आयोजन किया गया है. अपनी संस्कृति से छात्राओं को जोड़ने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया. बच्चों को पढ़ाई के अलावा गीत संगीत, नृत्य का हुनर भी देना कला का एक हिस्सा है. उन्होंने कहा कि संगीत मां सरस्वती की देन है, इसलिए बच्चों में गीत संगीत के प्रति काफी ज्यादा लगाव रहता है. वहीं नृत्य के माध्यम से भी रोजगार के अवसर तलाशे जा सकते हैं.
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