Simdega / Kolebira : ‘ ‘कभी अलविदा न कहना….” गीत प्रस्तुत कर संगीत शिक्षिका इंदिरा मिश्रा ने जवाहर नवोदय विद्यालय परिवार को सिसकने पर मजबूर कर दिया. मौका था संगीत शिक्षिका इंदिरा मिश्रा के विदाई समारोह का. इंदिरा मिश्रा ने देश के विभिन्न जवाहर नवोदय विद्यालयों में तकरीबन 33 वर्षों की निरंतर सेवा दी. इस मौके पर प्रभारी प्राचार्य संजय कुमार सिन्हा ने कहा कि शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होते. उन्होंने संगीत शिक्षिका इंदिरा मिश्रा की कर्तव्यनिष्ठा तथा उनके व्यक्तित्व की भूरी-भूरी प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि संगीत शिक्षिका इंदिरा मिश्रा ने जनवि. कोलेबिरा को एक बागबान की तरह सींचने का कार्य किया. उनके योगदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता.
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मोमेंटो और शॉल देकर किया गया सम्मानित
इस मौके पर विद्यालय परिवार की ओर से संगीत शिक्षिका को मोमेंटो, शॉल और ब्रीफकेस देकर सम्मानित किया गया. संगीत शिक्षिका ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी शिक्षक का धन उसका विद्यार्थी होता है. इस मौके पर विद्यालय के पूर्व छात्रों का तांता लगा रहा. सभी विद्यार्थियों ने नम आंखों से अपनी प्रिय शिक्षिका को विदा किया. वहीं इंदिरा मिश्रा भी विदाई के समय भावुक हो गईं और सजल नेत्रों से विद्यार्थियों को ढांढस बंधाया.
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मौके पर ये रहे मौजूद
इस मौके पर सुनील कुमार सिंह, रामायण पासवान, नमिता कुमारी, दीपांकर हल्दर, दीप्ति यादव, सीमा लोध, संतोष कुमार सहित सभी कर्मचारियों और छात्रों ने संगीत शिक्षिका के उज्ज्वल भविष्य तथा उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना की.