Ranchi: झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) ने रांची में स्मार्ट मीटर लगाने के टेंडर को मार्च में रद्द कर दिया. अब नये सिरे से स्मार्ट मीटर के लिए टेंडर निकालने की तैयारी है. इस बीच एलएंडटी ने टेंडर रद्द करने पर आपत्ति जतायी है. इस संबंध में कंपनी ने जेबीवीएनएल को पत्र लिखा है.
जिसमें बगैर कारण टेंडर रद्द करने पर सवाल उठाया है. कंपनी ने कहा है कि यह न्यायपूर्ण निर्णय नहीं है. इस पर जेबीवीएनएल को फिर से विचार करना चाहिए.
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टेंडर हो चुका था फाइनल
रांची में स्मार्ट मीटर लगाने के लिए 2018 में टेंडर निकाला गया था. टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद एल-1 कंपनी का चयन हुआ. इसके कुछ महीने बाद टेंडर को रद्द कर दिया गया. टेंडर रद्द करने के पीछे जेबीवीएनएल ने कोई भी सटीक कारण नहीं बताया. सिर्फ अपरिहार्य कारणों से टेंडर रद्द करने की बात कही गयी.
जेबीवीएनएल की तरफ से इस वर्ष मार्च में टेंडर रद्द करने की जानकारी ई-मेल के जरिए एलएंडटी को दी गयी. एलएंडटी को लिखे पत्र में भी टेंडर रद्द करने का कारण नहीं बताया गया. एलएंडटी ने इस मेल के आधार पर आपत्ति जताते हुए जेबीवीएनएल को पत्र लिखा है.
एलएंडटी ने जेबीवीएनएल से कारण स्पष्ट करने को कहा
एलएंडटी ने जेबीवीएनएल के जीएम (आईटी) को चार पन्नों का पत्र भेजा है. जिसकी प्रतिलिपि जीबीवीएनएल के एमडी और विश्व बैंक को भी दिया गया है. कंपनी ने लिखा है कि अपरिहार्य कारणों से टेंडर रद्द करने की बात सही नहीं है.
जेबीवीएनएल को न्यायपूर्ण बात करनी चाहिए. यह एक कठोर कदम है. उन्हें अपरिहार्य कारणों को स्पष्ट करना चाहिए. टेंडर रद्द करने के उचित कारण को स्पष्ट करना चाहिए.
मेहनत, राशि और समय की हुई बर्बादी
पत्र में एलएंडटी ने लिखा है कि कंपनी हर स्तर पर स्मार्ट मीटर लगाने की पात्रता को पूरी कर रहा था. कंपनी ने इस कार्य के लिए अपनी पूरी क्षमता लगा रखी थी. कंपनी को राशि, समय, मैनपावर, मेहनत का घाटा उठाना पड़ रहा है. केवल अपरिहार्य कारण बताते हुए टेंडर को रद्द करना आपत्तिजनक है. एलएंडटी ने पत्र में सीवीसी गाइडलाइन, विश्व बैंक के साथ हुई बैठक आदि का भी जिक्र किया है. साथ ही जेबीवीएनएल से इस मामले पर फिर से विचार करने का आग्रह किया है.
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