Nirsa : डी वी सी पेंशनर्स समाज की ओर से शुक्रवार 17 दिसंबर को मैथन में पेंशनर्स दिवस का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि मुख्य अभियंता एवं परियोजना प्रमुख, मैथन बी बी दास ने दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का उद्घाटन किया.
उन्होंने कहा कि वह डी वी सी के पेंशनरों के सुख-दुख के साथ खड़े हैं. उनसे जो भी बन पड़ेगा, वह करेंगे. पेंशनर्स समाज के महासचिव द्वारिका प्रसाद ने विषय प्रवेश कराते हुए पेंशनर्स दिवस के महत्व और उसकी ऐतिहासिकता पर प्रकाश डाला.
उन्होंने बताया कि डी एस नकारा साहब ने पेंशनरों के हक के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. 17 दिसंबर 1982 को सुप्रीम कोर्ट ने पेंशनरों के हक में ऐताहिसक फैसला दिया था, जिसका लाभ आज तक उन्हें मिल रहा है. नकारा साहब और ऐताहासिक फैसले की याद में हर वर्ष देश भर में 17 दिसंबर को पेंशनर्स दिवस मनाया जाता है.
इस मौके पर डी वी सी पेंशनर्स समाज द्वारा जारी नए वर्ष के कैलैंडर का मुख्य अतिथि ने विमोचन किया. समाज की ओर से वयोवृद्ध पेंशनर सुदामा सिंह एवं आशीष चौधरी का शॉल ओढ़ा कर सम्मान किया गया.
दुर्गापुर से आए कलाकारों ने हिंदी एवं बांग्ला में गीत प्रस्तुत किया. गायक इंद्रजीत कर्मकार ने हारमोनियम के साथ गीतों को स्वर दिया एवं निलोत्पल सरकार ने उनके साथ तबले पर संगत की.
पेंशनर्स समाज के के के बनर्जी ने स्वागत भाषण दिया तो मैथन शाखा सचिव के पी महतो ने कार्यक्रम का संचालन किया. समाज के केंद्रीय कार्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में मैथन के अलावा कोलकाता, दुर्गापुर, चन्द्रपुरा, बोकारो एवं पंचेत से असीम चक्रवर्ती, अरुण सरकार, राजकुमार चटर्जी, देबब्रत बर्धन, कमल किशोर प्रसाद, मो मोइउद्दीन विद्यासागर प्रजापति आदि ने हिस्सा लिया. आयोजन को सफल बनाने में स्वपन दत्ता, पिंटू चटर्जी, श्रवण प्रसाद, उज्ज्वल घटक आदि की भूमिका सराहनीय रही.
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