Ranchi : जिले में उर्वरक की जमाखोरी और कालाबाजारी के खिलाफ बुधवार को जिला प्रशासन ने विशेष अभियान चलाया. इस दौरान जिला और प्रखंड स्तर पर टीम ने 76 उर्वरक, खाद और बीज प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण किया. इसी क्रम में अनुमंडल पदाधिकारी सदर दीपक दुबे और जिला कृषि पदाधिकारी विकास कुमार ने रातू और मांडर के उर्वरक दुकानों का निरीक्षण किया. इनके नेतृत्व में जांच दल ने पाया कि दो दुकानदारों ने औचक निरीक्षण की सूचना मिलते ही दुकान बंद कर दी और जांच में सहयोग नहीं किया. इसके बाद मुड़मा चौक, मेन रोड, मांडर के उर्वरक विक्रेता मेसर्स किसान भवन और मेसर्स कृषक सेवा केंद्र का उर्वरक लाइसेंस तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया. दोनों संचालक को अविलंब स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया गया है. स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाए जाने पर इनका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा.
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ऑनलाइन और गोदाम स्टॉक में अंतर पाए जाने पर दो विक्रताओं को शोकॉज
विशेष अभियान के दौरान काठीटांड़ रातू के मेसर्स चंचल बीज भंडार और मेसर्स किसान बीज भंडार को प्रशासन की टीम ने शोकॉज किया, क्योंकि उनके ऑनलाइन स्टॉक और गोदाम के स्टॉक में अंतर पाया गया था. जिला कृषि पदाधिकारी ने शोकॉज जारी करते हुए कहा कि है कि निरीक्षण से यह पता चल रहा है कि रियल टाइम सेल epos मशीन से नहीं की जा रही है. मौके पर लाइसेंस सस्पेंड करते हुए कार्रवाई की गयी.
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डीसी ने किया था टीम का गठन
आपको बता दें कि बीज उर्वरक और कीटनाशक की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए डीसी छवि रंजन के आदेश पर टीम का गठन किया गया है. यह टीम समय-समय पर बीज, उर्वरक और कीटनाशी प्रतिष्ठानों का अनुश्रवण और निरीक्षण करेंगे. जिलास्तर पर अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, रांची और प्रखंड स्तर पर अंचल अधिकारी की अध्यक्षता में जांच दल का गठन किया गया है.